निरीक्षण पर बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरी क्यों नहीं दिखी? NOC वापस लेकर जिम्मेदारी से भाग रहा अग्निशमन विभाग
Rau IAS Coaching Center एक जुलाई को अग्निशमन विभाग ने इमारत का निरीक्षण किया था जो औपचारिकता के लिए हुआ था। उस समय बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी लेकिन वह नहीं दिखी। हादसे के बाद अग्निशमक विभाग ने एनओसी वापस लेकर जिम्मेदारी से पीछा छुड़ा रहा है। वहीं निगम ने अपनी जान बचाने के लिए छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई कर दी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ओल्ड राजेन्द्र नगर के कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल में तीन विद्यार्थियों की मौत का मामले में कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। निगम ने जहां अपनी जान बचाने के लिए छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई कर दी तो वहीं अग्निशमन विभाग ने इमारत से फायर एनओसी वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर अपनी जिम्मेदारी से इतीश्री कर लिया है और अग्निशमन विभाग के किसी भी कर्मचारी और अधिकारी को अभी तक कार्रवाई के दायरे में नहीं लाया गया है।
विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि जब अग्निशमन विभाग ने एक जुलाई 2024 को इमारत को फायर एनओसी देने के लिए निरीक्षण किया होगा तो क्या उसे कोचिंग सेंटर में निर्माण की गई लाइब्रेरी नहीं दिखी। अब जब घटना हो गई है तो एनओसी को वापस लेकर जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाया जा रहा है।
बेसमेंट में लाइब्रेरी चलने की शिकायतें
सवाल यह भी उठ रहा है कि क्योंकि कोचिंग सेंटर में लाइब्रेरी फायर एनओसी के बाद नहीं बनी, क्योंकि ऐसी कई शिकायतें पहले ही प्रशासन को की जा चुकी हैं, जिसमें इमारत की बेसमेंट में लाइब्रेरी चलने की बात कही जा रही थी।बेसमेंट में लाइब्रेरी बंद क्यों नहीं कराई?
इस पूरे प्रकरण से साबित होता है कि बेसमेंट में जब लाइब्रेरी चल रही थी तो उसे बंद क्यों नहीं कराया। अगर, लाइब्रेरी बंद करा देते तो ऐसी घटना को रोका जा सकता था। बार-बार होती घटनाओं से यह सामने आया है कि बेसमेंट में क्या गतिविधियां चल सकती हैं और क्या नहीं? बावजूद इसके निरीक्षण के दौरान अग्निशमन विभाग ने एमसीडी को भी इसकी जानकारी नहीं दी।
अग्निशमन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने क्या कहा
हालांकि इस पूरे मामले में अग्निशमन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बिल्डिंग जिस विभाग के अधिकार क्षेत्र में आती है वह विभाग एनओसी के लिए अग्निशमन सेवा को कहता है। कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल की एनओसी के लिए एमसीडी ने अग्निशमन सेवा से कहा था।एमसीडी के भवन विभाग की जिम्मेदारी
इस पर निरीक्षण के दौरान अग्नि सुरक्षा को लेकर सारे उपाय सही पाए गए। भूतल में भी अग्नि सुरक्षा के उपकरण थे। एनओसी देने के लिए जो भी नियम थे उन्हें जांचने के बाद एनओसी दी गई थी। एमसीडी के भवन विभाग की जिम्मेदारी है कि यह सुनिश्चित करे कि कहीं पर भवन निर्माण के नियमों का उल्लंघन न हो।
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