Move to Jagran APP

MCD चुनाव के बाद आदेश गुप्ता की दिल्ली BJP प्रदेश अध्यक्ष पद से विदाई, इस्तीफे की कहीं ये तो वजह नहीं?

डेढ़ दशक तक दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में सतारूढ़ रही भाजपा को इस बार चुनाव में मिली हार का असर दिखने लगा है। इस हार को गंभीरता से लेते हुए पार्टी ने दिल्ली में अपना मुखिया बदल दिया है।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 11 Dec 2022 08:18 PM (IST)
Hero Image
एमसीडी चुनाव के बाद आदेश गुप्ता के इस्तीफे की वजह कहीं ये तो नहीं
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। डेढ़ दशक तक दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में सतारूढ़ रही भाजपा को इस बार चुनाव में मिली हार का असर दिखने लगा है। इस हार को गंभीरता से लेते हुए पार्टी ने दिल्ली में अपना मुखिया बदल दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता की विदाई हो गई है। उनकी जगह प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।

नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन तक वह इस पद पर बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी सातों सीटों पर फिर से जीत प्राप्त करने के लक्ष्य को लेकर सभी कार्यकर्ता अनुशासन के साथ काम करेंगे।

जेपी नड्डा को भेजा इस्तीफा

एमसीडी में हार के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष की विदाई की चर्चा की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी, जिससे नाराज होकर उन्होंने मतगणना के बाद पदाधिकारियों की बैठक में कहा था कि किसी के हटाने से वह नहीं हटेंगे, लेकिन आखिरकार उन्हें पद छोड़ना पड़ा है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा सौंपा, जिसे स्वीकार करते हुए रविवार को उन्हें पदमुक्त कर दिया गया।

सचदेवा ने कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार जताया और कहा कि सभी कार्यकर्ता पूरी मेहनत के साथ अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटेंगे।

जून, 2020 में गुप्ता को बनाया गया था प्रदेश अध्यक्ष

पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद जून, 2020 में दिल्ली की कमान उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी की जगह आदेश गुप्ता को सौंपी गई थी। उसी वर्ष नवंबर में श्याम जाजू की जगह बैजयंत जय पांडा को दिल्ली भाजपा का प्रभारी बनाया गया। उम्मीद थी कि यह नई जोड़ी गुटबाजी पर लगाम लगाकर पार्टी को दिल्ली में मजबूती देंगी, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व को निराशा मिली।

मार्च, 2021 में नगर निगम की पांच सीटों पर हुए उपचुनाव में इन दोनों नेताओं की पहली परीक्षा थी, जिसमें वे बुरी तरह से असफल रहे थे। उपचुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी। इस वर्ष जून में हुए राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।

अपने विधानसभा क्षेत्र में भी मिली हार

दो उपचुनाव हारने के बाद अब बीते दिनों एमसीडी का दुर्ग भी ढह गया, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष की विदाई तय मानी जा रही थी। चुनाव में स्थिति यह रही कि अध्यक्ष के अपने पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र के तीनों वार्डों में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।

ये भी पढ़ें- वीरेंद्र सचदेवा बने दिल्ली BJP के कार्यकारी अध्यक्ष, सफाई अभियान में कटी थी चार उंगलियां; ऐसा रहा राजनीतिक सफर

अनबन की खबरें भी आई सामने

आदेश गुप्ता पार्टी में गुटबाजी को थामने में सफल नहीं हुए। सांसदों व कई विधायकों का संगठन के साथ तालमेल का अभाव भी रहा। संगठन महामंत्री के साथ उनकी अनबन की खबरें आने के साथ ही एमसीडी चुनाव के टिकट वितरण में भी वह विवाद में आ गए थे। उनके खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर बेनामी पत्र व आडियो प्रसारित होने से भी उनकी मुश्किलें बढ़ गई थीं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।