JNU Election: जेएनयू छात्र संघ चुनावों में टूटा पिछले पांच साल का रिकार्ड, कुल 73 प्रतिशत हुआ मतदान
जेएनयूएसयू चुनाव के लिए बनी स्वायत्त चुनाव समिति ने चुनाव देरी से शुरू होने का कारण लाजिस्टिक परेशानी बताया है। जेएनयूएसयू चुनाव में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए 18 और 42 काउंसलर के पदों के लिए 111 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मतगणना देर रात से ही शुरू हो गई है। शनिवार से काउंसलर के पदों के नतीजे घोषित होना शुरू हो जाएंगे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनने के लिए चार साल बाद हुए मतदान में पिछले पांच वर्षों का रिकार्ड टूट गया। देरी से शुरू हुए मतदान में बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया। दो पालियों में हुए मतदान में 73 प्रतिशत छात्रों ने अपने मत का उपयोग किया। पिछले पांच वर्षों का आंकड़ा देखें तो यह मत प्रतिशत सर्वाधिक है।
मतदान के लिए 17 बूथ बनाए गए थे। मतदान दो घंटे देरी से शुरू हुआ। पहली पाली का मतदान जो सुबह 9 बजे शुरू होना था, 11 बजे शुरू हो सका। इसके चलते शाम की पाली में छात्रों को मतदान के लिए डेढ़ घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया। शाम की पाली में 2.30 से 5.30 तक मतदान होना था, जो सात बजे तक चला। चुनाव में 7751 मतदाता थे। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में आखिरी बार 2019 में छात्र संघ चुनाव हुए थे। कोविड महामारी के चलते चार साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हो पा रहे थे। 2019 में 67 प्रतिशत छात्रों ने मतदान किया था। 2018 में 67.8 प्रतिशत, 2017 और 2016 में 59 प्रतिशत व 2015 में 55 प्रतिशत छात्रों ने वोट डाले थे।
जेएनयूएसयू चुनाव के लिए बनी स्वायत्त चुनाव समिति ने चुनाव देरी से शुरू होने का कारण लाजिस्टिक परेशानी बताया है। जेएनयूएसयू चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए 18 और 42 काउंसलर के पदों के लिए 111 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मतगणना देर रात से ही शुरू हो गई है। शनिवार से काउंसलर के पदों के नतीजे घोषित होना शुरू हो जाएंगे। चार मुख्य पदों पर विजेताओं की घोषणा रविवार को की जाएगी। चुनाव समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने बताया कि अगर मतगणना जल्द पूरी हो गई तो नतीजे शनिवार शाम को भी घोषित किए जा सकते हैं।
जेएनयूएसयू चुनाव के लिए आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) और आल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआइएसएफ) की ओर संयुक्त लेफ्ट गठबंधन बनाया गया है। अध्यक्ष पद पर आइसा के धनंजय, उपाध्यक्ष पद पर एसफआइ के अविजीत घोष, संयुक्त सचिव पद पर मोहम्मद साजिद को उम्मीदवार बनाया है। सचिव प्रत्याशी स्वाति सिंह की उम्मीदवारी रद होने पर लेफ्ट गठबंधन ने बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बापसा) की सचिव प्रत्याशी प्रियांशी आर्या को समर्थन दे दिया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अध्यक्ष पद पर उमेश चंद्र अजमीरा, उपाध्यक्ष पर दीपिका शर्मा, सचिव पर अर्जुन आनंद और संयुक्त सचिव पर गोविंद दांगी को उतारा है। बापसा ने अध्यक्ष के लिए बिश्वजीत मिंजी, उपाध्यक्ष पर मोहम्मद अनस और संयुक्त सचिव पर रूपक कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने अध्यक्ष पर जुनैद रजा और सचिव पद फरीन जैदी को उतारा है। सीआरजेडी से अफरोज आलम, समाजवादी छात्र सभा से आराधना यादव और दिशा छात्र संगठन से सार्थक नायक अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हैं।
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