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Jagran Samvadi: ‘संकल्प इतना बड़ा हो कि कोई विकल्प ही न हो’, जागरण संवादी में बोले एक्टर सिद्धांत चतुर्वेदी

जागरण संवादी दिल्ली में सिद्धांत चतुर्वेदी और मालविका मोहनन ने अपने फिल्मी करियर के बारे में खुलकर बात की। सिद्धांत ने बताया कि कैसे उन्होंने सीए की नौकरी छोड़कर सिनेमा जगत में कदम रखा और अब तक छह फिल्में कर चुके हैं। वहीं मालविका ने बताया कि उनके पिता जाने-माने सिनेमेटोग्राफर हैं लेकिन सिनेमा जगत में उनका संघर्ष किसी भी आम इंसान की तरह ही था।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Sat, 14 Sep 2024 04:31 PM (IST)
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Delhi News: जागरण संवादी दिल्ली सिद्धांत चतुर्वेदी और मालविका मोहनन ने शेयर किए अपने फिल्मी सफर के किस्से।

 रीतिका मिश्रा, जागरण नई दिल्ली। मुझ जैसे सितारे या अभिनेता, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि बालीवुड से जुड़ी नहीं है, उनके लिए हिंदी सिनेमा जगत में अपनी जगह बनाने में थोड़ी मुश्किल तो जरूर होती है। लेकिन मेरा मानना है कि किसी भी काम के लिए आपका संकल्प इतना बड़ा होना चाहिए कि कोई विकल्प न हो।

इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए मैंने पूरी ईमानदारी से मेहनत की। राजधानी में आयोजित जागरण संवादी में विशेष संवाददाता स्मिता श्रीवास्तव से बातचीत में सिद्धांत ने अपने करियर से जुड़े संघर्ष को लेकर खुलकर बात की।

एक्टर ने बातचीत में कही ये बात

सीए की नौकरी छोड़ कर सिनेमा जगत में कदम रखने और वर्ष 2019 से अब तक छह फिल्में करने के बाद खुद को हिंदी सिनेमा का अंदरूनी या बाहरी हिस्सा मानने के सवाल पर सिद्धांत ने कहा कि जिस दिन एक व्यक्ति, जिसके माता-पिता का सिनेमा जगत से लेना देना नहीं है, वो तय कर लेता है कि उसे सिनेमा जगत में ही करियर बनाना है।

उस दिन से वो सिनेमा जगत के अंदर का हिस्सा हो जाता है। आगे भी एक्शन फिल्म करने को लेकर सिद्धांत ने बताया कि वो एक जैसे किरदार करने से बचते हैं। उन्हें हर बार नए-नए किरदार निभाना पसंद है। ट्रोलिंग और नकारात्मक टिप्पणियों को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि कोई क्या रह रहा है।

अभिनेत्री मालविका मोहनन ने भी रखी अपनी बात

अभिनेत्री मालविका मोहनन (Malavika Mohanan) ने कहा कि भले ही उनके पिता जाने-माने सिनेमेटोग्राफर हैं, लेकिन सिनेमा जगत में उनका संघर्ष किसी भी आम इंसान की तरह ही था। उन्होंने कहा कि उन्हें यहां तक आने में काफी समय लगा है। उन्होंने बताया कि फिल्मों से ज्यादा जटिल विज्ञापन है, चूंकि वहां काफी सूक्ष्म प्रबंधन है।

इसलिए उन्हें विज्ञापन से ज्यादा फिल्में करना पसंद है। उन्होंने कहा कि दक्षिण की फिल्मों में काम करने के बाद हिंदी सिनेमा का अलग अनुभव है। सत्र के अंत में दर्शकों को दोनों की आने वाली फिल्म युद्रा का ट्रेलर दिखाया गया। फिल्म 20 सितंबर को देशभर में रिलीज होगी।

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