नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चाय पीना कहीं महंगा न पड़ जाए आपको, हो सकते हैं किडनैप
रेलवे पुलिस को इस तरह की कई शिकायतें मिली हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, अजमेरी गेट साइड स्थित रेहड़ी वालों की मानें तो यह गिरोह पिछले कई दिनों से सक्रिय हैं।
By Edited By: Updated: Thu, 03 Jan 2019 02:56 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास अगर आपको नीली बत्ती लगी स्कार्पियो सवार लोग शक के चलते पूछताछ के बहाने गाड़ी में बैठने को कहें तो गाड़ी पर न बैठें, क्योंकि आप बदमाशों का शिकार हो सकते हैं। इस तरह से बदमाश लोगों को अगवा कर सुनसान जगह पर ले जाकर सामान लूट लेते हैं। साथ ही पैसे न होने पर गोली मारने की धमकी देकर परिजनों से लाखों रुपये पेटीएम करवा सकते हैं।
रेलवे पुलिस को इस तरह की कई शिकायतें मिली हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, अजमेरी गेट साइड स्थित रेहड़ी वालों की मानें तो यह गिरोह पिछले कई दिनों से सक्रिय हैं। दुकानदारों का कहना है कि नीली बत्ती लगी स्कार्पियो से तकरीबन रोज बदमाश वहां आते हैं। किसी को शक न हो इसलिए वे उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पहन लेते हैं।पुलिस की वर्दी में लूटेरे
ताजा मामला बीते 30 दिसंबर दोपहर एक बजे का है। बिहार के गया के रहने वाले अवधेश सिंह ट्रेन पकड़ने नई दिल्ली आए थे। ट्रेन लेट होने की वजह से वह अजमेरी गेट की तरफ वो चाय की दुकान पर चाय पीने लगे। वहां दो और लोग पहले से चाय पी रहे थे। तभी नीली बत्ती लगी स्कार्पियो आकर रुकी। उसमें सवार तीन लोग यूपी पुलिस की वर्दी पहने थे। तीनों उनके पास आ गए है और शक के आधार पर पूछताछ करने की बात कहकर तीनों को गाड़ी में बैठा लिया।
ताजा मामला बीते 30 दिसंबर दोपहर एक बजे का है। बिहार के गया के रहने वाले अवधेश सिंह ट्रेन पकड़ने नई दिल्ली आए थे। ट्रेन लेट होने की वजह से वह अजमेरी गेट की तरफ वो चाय की दुकान पर चाय पीने लगे। वहां दो और लोग पहले से चाय पी रहे थे। तभी नीली बत्ती लगी स्कार्पियो आकर रुकी। उसमें सवार तीन लोग यूपी पुलिस की वर्दी पहने थे। तीनों उनके पास आ गए है और शक के आधार पर पूछताछ करने की बात कहकर तीनों को गाड़ी में बैठा लिया।
कुछ दूर आगे जाते ही तीनों की आंखों में काली पट्टी बांध कर पिस्टल सटा दी। जंगल में ले गए बदमाश करीब 40 मिनट बाद बदमाश उन्हें ऐसी जगह पर ले गए जहां चारों तरफ से जंगल व पहाड़ था। बीच में दो कमरे थे। वहां जाने पर पता चला कि बदमाशों ने पहले से चार और लोगों को पकड़ रखा था।अवधेश समेत तीनों लोगों से कहा गया कि वे अपने-अपने घर फोन कर 2-2 लाख रुपये पेटीएम मंगवाए। मना कर देने पर एक बदमाश ने अवधेश सिंह को गोली मारने की बात कही। गिड़गिड़ाने पर बदमाशों ने उन्हें छोड़ दिया। एक बदमाश उन्हें बाइक पर बैठाकर आंखों पर पट्टी बांधकर पुराने किले के पास छोड़ गया।
वहां से वह राहगीरों से पूछताछ करते हुए करीब तीन बजे प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन पहुंच गए। बदमाशों ने उनका मोबाइल छीन लिया। किसी तरह से परिचितों के पास पहुंचकर पीड़ितों ने आपबीती बताई। जिसके बाद मामले की शिकायत रेलवे पुलिस से की गई।
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