Move to Jagran APP

दिल्ली में मेट्रो स्टेशनों की तर्ज पर बस स्टॉप पर लगेंगे रूट मैप, यात्रियों को होगी सुविधा

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आज बुधवार को आईटीओ बस स्टैंड पर बस मानचित्र का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 26 करोड़ की लागत से दिल्ली भर में बस स्टाप पर ये रूट मैप लगाए जाएंगे। जिससे यात्रियों को रूट जानने में सुविधा होगी।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 17 May 2023 12:18 PM (IST)
Hero Image
दिल्ली में मेट्रो स्टेशनों की तर्ज पर बस स्टॉप पर लगेंगे रूट मैप, यात्रियों को होगी सुविधा
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में मेट्रो स्टेशनों की तर्ज पर बस स्टॉपों पर रूट मैप लगाए जाएंगे। इससे लोगों को अपने गंतव्य के बारे में आसानी से जानकारी मिल सकेगी।

दरअसल, दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आज बुधवार को आइटीओ के पास बस स्टाप पर इस योजना का शुभारंभ किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि 26 करोड़ की लागत से दिल्ली भर में बस स्टाप पर ये रूट मैप लगाए जाएंगे। जिससे यात्रियों को अपने रूट की बसों के बारे में जानकारी जुटा पाने में आसानी होगी।

बता दें कि इस मौके पर दिल्ली सरकार में नौकरशाहों को लेकर पूछे गए सवाल को वह टाल गए। उन्होंने कहा कि आज बस स्टाप के मुद्दे पर ही बात करें।

अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों से लैस होगी दिल्ली

दिल्ली में अपराध कम करने और जांच में मदद के लिए सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली पुलिस जल्द अत्याधुनिक 10000 सीसीटीवी कैमरे लगाएगी। इसके लिए योजना तैयार कर ली गई है। पहले फेज में पांच हजार सीसीटीवी कैमरे छह जिले में लगाए जाएंगे। इन कैमरों को अपराध की दृष्टि से संवेदनशील हिस्सों में लगाया जाएगा, जिनकी पहचान दिल्ली पुलिस ने कर ली है।

दिल्ली पुलिस कैमरों की मदद से दिल्ली की सड़कों पर नजर रखने के लिए विश्वस्तरीय कमांड रूम भी तैयार करेगी। कमांड रूम से दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पुलिस सीधे नजर रख सकेगी। वर्तमान में दिल्ली में दिल्ली सरकार की तरफ से 2.75 लाख और दिल्ली पुलिस की तरफ से 15 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।

इसके साथ ही दिल्ली में आरडब्लूए विभिन्न बाजारों और अन्य संस्थानों में अपने कैमरे लगाए हुए हैं। जो नए 10 हजार कैमरे लगाने की योजना है वह केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सेफ सिटी प्रोजेक्ट के लिए मिले फंड की मदद से लगाए जाएंगें।

इन कैमरों के लगने से दिल्ली पुलिस को काफी मदद मिलेगी। सड़कों पर हादसा होने पर जल्द से जल्द लोगों को मदद पहुंचाई जा सकेगी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि निगरानी के लिए विश्वस्तरीय कंट्रोल और कमांडरूम तैयार किया जाएगा। यहां आइपीएस अधिकारी के नेतृत्व में प्रशिक्षित टीम को तैनात किया जाएगा।

यह टीम यहां से न केवल विभिन्न इलाकों पर नजर रखेगी। बल्कि यहां से वीडियो का विश्लेषण,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग सिस्टम पर जोर दिया जाएगा। इस कमांड रूम से अपराध के डाटा सहित हादसों के कारणों को जानने पर भी जोर दिया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेफ सिटी प्रोजेक्ट की कुल लागत 600 करोड़ रुपये हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत सीसीटीवी कैमरों के अलावा कई अन्य उपकरण आदि भी खरीदे जाएंगे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।