यूपी के सागर कसाना ने माउंट एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा, 1 जून को वापस लौटेंगे देश
अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सागर कसाना ने चार अप्रैल से आरंभ की यात्रा के बीच तमाम बाधाओं को पार करते हुए 22 मई को ये उपलब्धि हासिल की।
By Edited By: Updated: Mon, 27 May 2019 11:50 AM (IST)
गाजियाबाद, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सागर कसाना ने कामयाबी की नई इबारत लिखते हुए माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा दिया। उन्होंने चार अप्रैल से आरंभ की यात्रा के बीच तमाम बाधाओं को पार करते हुए 22 मई को ये उपलब्धि हासिल की। गाजियाबाद के सागर कसाना चार अप्रैल को नेपाल के काठमांडू पहुंचे। उन्होंने छह अप्रैल पर्वतारोहण अभियान शुरू किया। सागर लुकला, फैकडीग, नैमचे बाजार, त्यागबोचे, मोनेस्ट्री दिंगबोचे, लबोचे होते हुए तीन मई को बेस कैंप (एक ) पहुंचे।
चार मई को बेस कैंप दो व तीन होते हुए वह माउंट एवरेस्ट सबमिट के लिए अभियान शुरू किया। खराब मौसम के चलते उन्होंने 18 दिन तक बेस कैप चार पर इंतजार किया। इस बीच कई बार बर्फीला तूफान भी आया, जिससे उनके सामान का नुकसान हुआ।पर्वतारोही सागर कसाना के ग्रुप में चार सदस्यों में क्रिक वूड (ऑस्ट्रेलिया), अलेक्जेंडर (रूस), ईवान टोमो (बुल्गारिया) शामिल थे। सागर कसाना ने जागरण से कॉल कर बताया कि इस सफर में उनके टीम सदस्य ईवान टोमो बुल्गारिया की हाई एल्टीट्यूड सिकनेस के कारण मृत्यु हो गई। बावजूद इसके उन्होंने अपने जज्बे को हिलने नहीं दिया और हमने अपने अभियान की ओर रुख किया।
इस बीच मेरे दो साथियों ने भी माउंट एवरेस्ट जाने से इऩकार कर दिया और वह लोहोत्से पर ही सबमिट कर वापस लौट गए, जिससे मैं अकेला पड़ गया। मेरे साथ सिर्फ मेरे गाइड के रूप में चतुर तमांग मेरे साथ रहे। वह अकेले माउंट एवरेस्ट की फतह के लिए निकल पड़े। फिर बर्फीले तूफान, फिसलन, नुकीली बर्फ, तेज हवा ने रास्ता रोका, लेकिन तिरंगे ने मेरा उत्साह कम नहीं होने दिया।22 मई सुबह सवा दस बजे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा फहरा दिया। इस उपलब्धि से उनके परिवार व पैतृक गांव शकलपुरा लोनी में खुशी की लहर है। सागर कसाना एक जून को अपने देश वापस लौटेंगे।
ये उपलब्धियां हैं नाम
सागर कसाना ने इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश, लेह लद्दाख, पहलगांव अरुणाचल प्रदेश के अलावा यूरोप खंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलबर्श (रूस ) और अफ्रीका खंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया है। सागर कसाना ने माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप पर सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश भी दिया। वह नगर निगम गाजियाबाद के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर भी है। वह स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र है।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।सागर कसाना ने इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश, लेह लद्दाख, पहलगांव अरुणाचल प्रदेश के अलावा यूरोप खंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलबर्श (रूस ) और अफ्रीका खंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया है। सागर कसाना ने माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप पर सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश भी दिया। वह नगर निगम गाजियाबाद के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर भी है। वह स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र है।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप