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Sanchay Mala Hybrid Express Train: दिल्ली मंडल के छोटे व्यापारियों को सामान भेजने में होगी आसानी

Sanchay Mala Hybrid Express Train इस मालगाड़ी में अलग-अलग प्रकृति के सामान एक साथ भेजने की सुविधा है। इस तरह से एक मालगाड़ी में एक ही प्रकार के सामान भेजने की बाध्यता खत्म होने से छोटे व्यापारियों को दूसरी जगह सामान भेजने में आसानी होगी।

By Jp YadavEdited By: Published: Fri, 08 Oct 2021 08:33 AM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 08:33 AM (IST)
Sanchay Mala Hybrid Express Train: दिल्ली मंडल के छोटे व्यापारियों को सामान भेजने में होगी आसानी

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। संचय माला हाईब्रिड एक्सप्रेस नाम से विशेष मालगाड़ी चलाकर दिल्ली मंडल ने छोटे व्यापारियों को सामान भेजने में होने वाली परेशानी दूर करने की कोशिश की है। इस मालगाड़ी में अलग-अलग प्रकृति के सामान एक साथ भेजने की सुविधा है। इस तरह से एक मालगाड़ी में एक ही प्रकार के सामान भेजने की बाध्यता खत्म होने से छोटे व्यापारियों को दूसरी जगह सामान भेजने में आसानी होगी। इससे रेलवे को माल ढुलाई से मिलने वाले राजस्व में भी वृद्धि होगी।

यहां पर बता दें कि परंपरागत मालगाड़ी में एक ही तरह के वैगन लगाए जाते हैं। सभी वैगन में एक ही तरह का सामान लादा जाता है। यानी अनाज, कोयला, सीमेंट, खाद, उपकरण, वाहन आदि के लिए अलग-अलग मालगाड़ी चलाई जाती है। इससे कम मात्रा में सामान भेजने वाले व्यापारियों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। यही कारण है कि व्यापारी इंतजार करने के बजाय सड़क मार्ग से सामान भेजने को तरजीह देते हैं। उनकी समस्या हल करने के लिए संचय माला हाईब्रिड एक्सप्रेस चलाने का फैसला किया गया।

वर्षों पहले चलती थी इस तरह की मालगाड़ी

पहले एक ही मालगाड़ी में अलग-अलग प्रकार के सामान भेजे जाते थे, लेकिन लगभग 35 वर्ष पहले इसे बंद कर दिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि विभिन्न प्रकार के वैगन का रिकार्ड रखने व उनकी निगरानी में दिक्कत होती थी जिस वजह से पुरानी व्यवस्था बंद करनी पड़ी थी। अब सूचना क्रांति व इंटरनेट की वजह से निगरानी में आसानी होती है। माल भेजने वाले को फ्रेट नेम रिकार्ड (एफएनआर) नंबर आवंटित कर दिया जाता है। इस नंबर से रेलकर्मी व ग्राहक दोनों सामान व वैगन पर नजर रख सकते हैं। इस वजह से मिश्रित वैगन वाली मालगाड़ी चलाना संभव हुआ है। इस तरह की पहली विशेष मालगाड़ी पिछले दिनों दिल्ली से असम भेजी गई है जिसमें जींद व दिल्ली किशनगंज से अनाज, ट्रक, मशीन व अन्य सामान भेजा गया है। इससे रेलवे को 53.27 करोड़ का राजस्व मिला है। दिल्ली मंडल की इस पहल की रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी ट्वीट कर सराहना की है। जल्द ही इस तरह की और मालगाड़ी अलग-अलग राज्यों के लिए चलाई जाएंगी।

मिश्रित वैगन का होता है इस्तेमाल

मालगाड़ी में विभिन्न प्रकार के वैगन (मालगाड़ी का डिब्बा) लगाए जाते हैं। बारिश से खराब होने वाले सामान की ढुलाई के लिए चारो तरफ से बंद, कोयला व अन्य खनिज पदार्थ ढोने के लिए ऊपर से खुला हुआ और वाहन, बड़े उपकरण आदि के लिए तीन तरफ से खुला हुआ वैगन प्रयोग में लाया जाता है। इन तीनों प्रकार के वैगन को एक ही मालगाड़ी में लगाकर संचय माला हाईब्रिड एक्सप्रेस बनाई गई है।


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