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Delhi: ईडब्ल्यूएस का बकाया पैसा नहीं मिला तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाएंगे स्कूल

प्राइवेट लैंड पब्लिक स्कूल ट्रस्ट की पूर्वी दिल्ली शाखा ने भी उप राज्यपाल पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त महापौर व शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखकर पिछले वर्षों का बकाया ईडब्ल्यूएस का पैसा सरकार से दिलवाने के लिए गुहार लगाई।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Wed, 02 Dec 2020 10:30 AM (IST)
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मार्च से अब तक स्कूल बंद होने से उनके सामने आर्थिक संकट का गया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में आर्थिक संकट से घिरे निजी प्राथमिक स्कूल अधिकारियों से लेकर राज्य व केंद्र सरकार तक से मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं। अनलॉक प्रक्रिया में लगभग सब कुछ खुल चुका है लेकिन स्कूलों को खोलने की अनुमति अभी तक नहीं मिली है। ऐसे में कई स्कूल संगठन अब पत्र लिखकर सरकार से मदद मांग रहे हैं। प्राइवेट लैंड पब्लिक स्कूल ट्रस्ट की पूर्वी दिल्ली शाखा ने भी उप राज्यपाल, पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त, महापौर व शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखकर पिछले वर्षों का बकाया ईडब्ल्यूएस का पैसा सरकार से दिलवाने के लिए गुहार लगाई। साथ ही ट्रस्ट के सभी स्कूलों ने सरकार से जल्द ईडब्ल्यूएस का बकाया पैसा न मिलने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात भी कही है।

अध्यक्ष दिनेश जैन ने बताया कि कोरोना काल में छोटे निजी प्राथमिक स्कूलों का बजट काफी गड़बड़ा गया है। जिसके चलते न वह स्कूल का किराया, न बिजली व पानी का बिल दे पा रहे हैं। अभिभावक भी बच्चों की फीस नहीं भर रहे, ऐसे में वह स्कूल के कर्मचारियों व शिक्षकों का वेतन भी नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2013 से उन्हें ईडब्ल्यूएस के विद्यार्थियों का बकाया पैसा नहीं मिला है।

ऐसे में मार्च से अब तक स्कूल बंद होने से उनके सामने आर्थिक संकट का गया है। जिसकी भरपाई करना उनके लिए असंभव हो गया है। दिनेश जैन ने कहा है कि कोरोना की मार स्कूलों के साथ साथ अभिभावकों के ऊपर भी पड़ी है, कई लोगों ने अपने बच्चों के नाम भी कटवा लिए हैं और अब नए दाखिले भी नहीं हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें सिर्फ सरकार से ही मदद की गुंजाइश है, अगर सरकार ईडब्ल्यूएस का पैसा लौटा दे तो उनकी सभी समस्या का हल निकल जाएगा, वरना उनके पास भूख हड़ताल पर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।

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