Delhi: तीस हजारी कोर्ट में वकीलों व पुलिस में जबरदस्त झड़प, कई गाड़ियां तोड़ीं; महिला डीसीपी से बदसलूकी
खबर मिली है कि कुछ वकीलों ने कड़कड़डूमा कोर्ट में भी हंगामा किया और दिल्ली पुलिस के बैरिकेड में आग लगा दी।
By JP YadavEdited By: Updated: Sat, 02 Nov 2019 10:59 PM (IST)
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। उत्तरी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार की दोपहर लॉकअप के बाहर कार खड़ी करने को लेकर वकीलों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। एक वकील लॉकअप के बाहर अपनी कार खड़ी कर रहे थे। मना करने पर जब वे नहीं माने तो उनकी पुलिसकर्मियों से हाथपाई हो गई। इससे गुस्साए वकीलों ने पुलिसकर्मियों से बदसलूकी शुरू कर दी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वकील लॉकअप रूम में बाहर एकत्र हो कैदियों को भगाने का प्रयास किया। लिहाजा पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। इसी बीच पुलिसकर्मी द्वारा बचाव के लिए हवा में चलाई गई गोली वकील के सीने में लग गई। वहीं, दो अन्य वकीलों को भी चोटें आईं।
इस घटना के बाद वकील बेकाबू हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। बाद में वकीलों ने कोर्ट में खड़ी पुलिस की एक जिप्सी और 13 मोटरसाइकिल में आग लगाने के अलावा सात कैदी वैन में जमकर तोड़फोड़ की। हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तो बंधक बनाकर उनके साथ ही बदसलूकी की गई। जिसके बाद बाद में बुलाई गई पुलिस की अतिरिक्त पुलिस बल ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर दिया। जो जहां मिला उसकी पिटाई गई। जिसकी वजह से कोर्ट परिसर में रात तक तनाव का माहौल बना रहा। मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समझाबुझा कर वकीलों को शांत करने का प्रयास कर रहे थे। वहीं वकील पुलिसकर्मियों को तुरंत सस्पेंड कर उनकी गिरफ्तारी की मांग पर कर रहे थे।
तीस हजारी कोर्ट में यह वाक्या शनिवार दोपहर करीब तीन बजे पेश आया। पुलिस के मुताबिक कोर्ट लॉकअप के सामने कैदी को लाने वाली वैन सहित पुलिस की गाडिय़ां पार्क होती हैं। वहां अदालत के एक वकील अपनी कार को पार्क करने लगे। कोर्ट में पेशी के लिए कैदियों को लेकर आए तीसरी बटालियन के पुलिसकर्मियों ने वकील से कार दूसरी जगह खड़ी करने को कहा। लेकिन वकील वहीं कार खड़ी करने पर अड़ गए। इस बात को लेकर पुलिसकर्मी और वकील के बीच कहासुनी हो गई। वकीलों का आरोप है कि तभी पुलिसकर्मी कार खड़ी कर रहे वकील सहित उनका साथ दे रहे दो अन्य वकीलों को लॉकअप में बंद कर पीटा। इसकी जानकारी मिनले पर लॉकअप के बाहर वकीलों की भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वे लॉकअप को तोड़ना चाहते थे, जबकि वहां 100 से ज्यादा कैदी मौजूद थे। इस घटना से पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया और। बताया जाता है कि इसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने बचाव में अपनी पिस्टल से हवा में गोली चला दी। यह गोली लॉकअप से बाहर मौजूद वकील रंजीत सिंह मलिक के सीने में लग गई। वहीं, इसमें दो अन्य वकील भी घायल हो गए। घायल वकीलों को सेंट स्टीफंस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। गोली से घायल वकील की हालत स्थिर है।
उधर हंगामे गोली चलते ही वकीलों ने आपा खो दिया और कोर्ट के अंदर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार इसके बाद वकीलों ने लॉकअप के ठीक बाहर मौजूद लोगों की 13 मोटरसाइकिल सहित सामने खड़ी पुलिस की एक जिप्सी फूंक दी। वहीं, सात कैदी वैन में तोड़फोड़ कर उन्हें बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। वाहनों में तोड़फोड़ रोकने का जब वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्रयास किया तो वकील ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इसकी सूचना मिलने पर कोर्ट में अतिरिक्त पुलिस बल मंगाई गई। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर उत्तरी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरेंद्र सिंह व उपायुक्त मोनिका भारद्वाज मौके पर पहुंचे। वकीलों ने उनके साथ भी बदसलूकी की। कुछ समय के लिए वकीलों ने कोर्ट पर कब्जा कर लिया।
वहीं, कोर्ट के अंदर वकील जबकि पुलिस बाहर मौजूद रही। बाद में पुलिस ने उपद्रव मचाने पर वकीलों पर लाठी चार्ज कर दिया। इस दौरान महिला वकीलों को भी पीटा गया। वहीं, इससे गुस्साए वकीलों ने इसकी खींझ वहां कवरेज करने गए मीडिया कर्मियों पर उतरा। वकीलों ने मीडिया कर्मियों के साथ भी धक्का-मुक्की करने के अलावा उनके मोबाइल छीन लिए। कोर्ट के बाहर भी वीडियो बना रहे आम लोगों के मोबाइल वकीलों ने छीने।
बाद में हालात बिगड़ता देखकर कोर्ट में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आसपास के थानो सहित दूसरे जिलों से फोर्स बुला ली। स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर नॉर्थ संजय सिंह, संयुक्त आयुक्त मनीष कुमार अग्रवाल, आलोक कुमार समेत कई पुलिस उपायुक्त मौके पर पहुंचे। शाम पांच बजे किसी तरह कोर्ट में दाखिल होकर पुलिसकर्मियों ने वकीलों को खदेड़ा। इस दौरान वकीलों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे दिल्ली हाए-हाए और आरोपित पुलिसकर्मी को सस्पेंड करने की मांग कर रहे थे।
वकील सोमवार से दिल्ली के सभी कोर्ट में अपना काम बंद करने बात कर रहे थे। वकीलों की मांग थी कि अगर आरोपी पुलिसकर्मियों को तुरंत सस्पेंड कर उन्हें गिरफ्तार नही किया गया तो वह पूरी राजधानी के कोर्ट का काम बंद कर देंगे। इस वजह से कश्मीरी गेट आइएसबीटी से तीस हजारी जाने वाली सड़क बंद कर दी गई थी। इसकी वजह से इलाके में भयंकर जाम की समस्या खड़ी हो गई। खबर लिखे जाने पर मौके पर वकील और पुलिसकर्मी डटे हुए थे।
पीसीआर वैन समेत कई गाड़ियों में वकीलों ने लगाई आगइससे पहले दोपहर बाद दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में पार्किंग के विवाद में वकीलों और पुलिस वालों के बीच जबरदस्त झड़प के बाद हिंसा हुई। इसी दौरान पुलिस की फायरिंग के बाद वकील नाराज हो गए और उन्होंने पुलिस की गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की, इतना ही नहीं उन्होंने पीसीआर वैन समेत कई गाड़ियों में आग तक लगा दी।
वकीलों ने पुलिस अफसरों को पीटा, एसएचओ से की हाथपाईमिली जानकारी के मुताबिक, फायरिंग और अपने साथी विजय शर्मा को गोली लगने के बाद गुस्साए वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने कई गाड़ियों में आग लगाने के साथ ही पुलिस के कुछ अफसरों की भी पिटाई की। स्थिति यह बन गई कि तीस हजारी कोर्ट परिसर में जो भी पुलिस वाला दिखा उसे दौड़ा-दौड़ाकर वकीलों ने जमकर पीटा। एसएचओ से हाथापाई हुई है। वकीलों की दहशत के चलते पुलिस वाले भाग खड़े हुए।
यह भी पढ़ेंः पुलिस-वकीलों की हिंसक झड़प के पीछे की वजह आयी सामने, इसलिए और बिगड़े हालातChandrayaan 2 के हीरो ने आखिर क्यों कहा- 'पागलपन जरूरी है', जानने के लिए पढ़िए स्टोरी
दिल्ली-एनसीआर की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।