Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

मरते-मरते चार लोगों को जीवनदान दे गया अनीश, पिता ने कहा- बेटे को आखिरी सांस तक याद रखेंगे

सड़क हादसे में जान गंवाने वाले 26 वर्षीय अनीश बनर्जी ने अपने अंगदान से चार लोगों को जीवनदान दिया। एम्स में 22 वर्षीय युवती को हृदय आर्मी अस्पताल में 47 वर्षीय जवान को लिवर एम्स में 41 वर्षीय पुरुष को एक किडनी और सफदरजंग अस्पताल में 27 वर्षीय युवक को दूसरी किडनी प्रत्यारोपित की गई। अनीश के पिता ने कहा कि उनका बेटा बहुत मददगार था।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 30 Aug 2024 08:40 PM (IST)
Hero Image
आरके पुरम के रहने वाले अनीश बनर्जी ने मरने के बाद चार लोगों को जिंदगी दे गया।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सड़क हादसे के शिकार आरके पुरम के रहने वाले अनीश बनर्जी नामक एक 26 वर्षीय युवक भी समाज के लिए यह मिसाल पेश कर गया। अपने इस बेटे को खोने के गम के बीच माता-पिता ने साहस व दयालुता का परिचय देते हुए उसके अंगदान का फैसला किया। इससे दुनिया से विदा होने से पहले वह हृदय की गंभीर बीमारी से पीड़ित एक युवती सहित चार लोगों को जीवन दे गया।

एम्स के अनुसार अनीश का बाइक से 25 अगस्त को दुर्घटना हो गई थी। इस सड़क हादसे में उसके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसे इलाज के लिए एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन इलाज के दौरान उसके मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया। इस वजह से डॉक्टरों को उसे ब्रेन डेड घोषित करना पड़ा।

अनीश के पिता रक्षा मंत्रालय में कार्यरत

इसके बाद एम्स ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों व आर्बो (आर्गेन रिट्रीवल बैंकिंग आर्गेनाइजेशन) के अंग प्रत्यारोपण संयोजकों ने पीड़ित परिवार के लोगों से अंगदान के लिए प्रेरित किया। अनीश के पिता अभिजीत बनर्जी रक्षा मंत्रालय में कार्यरत हैं।

उन्होंने अपनी पीड़ा बयान करते हुए कहा कि अनीश बहुत मददगार स्वभाव का था। वह अक्सर रक्तदान किया करता था। ताकि दूसरों मरीजों की जिंदगी बचाई जा सके। इससे प्रेरित होकर ही उसके अंगदान का फैसला किया गया। वह अपने बेटे को आखिरी सांस तक याद रखेंगे।

एम्स में 22 वर्षीय युवती में हृदय प्रत्यारोपित किया

एम्स के अनुसार अनीश के अंगदान में मिला हृदय एम्स में 22 वर्षीय युवती को प्रत्यारोपित किया गया। वहीं राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) ने लिवर आर्मी अस्पताल को आवंटित किया। जहां 47 वर्षीय जवान को लिवर प्रत्यारोपित किया।

इसके अलावा एक किडनी एम्स में एक 41 वर्षीय पुरुष मरीज को और दूसरी किडनी सफदरजंग अस्पताल में एक 27 वर्षीय युवक को प्रत्यारोपित की गई। एम्स के आर्बों की प्रभारी डॉ. आरती विज ने पीड़ित परिवार द्वारा अंगदान के फैसले को प्रेरणादायी बताया।

यह भी पढ़ेंः Sukesh Chandrashekhar: चुनाव चिह्न से जुड़े रिश्वत मामले में सुकेश चंद्रशेखर को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी जमानत