पढ़िए- 8 साल पहले हुए मर्डर का सनसनीखेज खुलासा, सामने आया पति-पत्नी और 'वो' का एंगल
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने आठ वर्ष की लगातार मेहनत के बाद अपहरण और हत्या के एक मामले को सुलझाया है। आरोपित पॉलीग्राफ टेस्ट में बच गया लेकिन ब्रेन मैपिंग टेस्ट में फंस गया।
By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 08 Oct 2019 09:14 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने आठ वर्ष की लगातार मेहनत के बाद अपहरण और हत्या के एक मामले को सुलझाया है। आरोपित पॉलीग्राफ टेस्ट में बच गया, लेकिन ब्रेन मैपिंग टेस्ट में फंस गया। हत्या के मामले में मृतक की पत्नी भी शामिल थी, लेकिन वह अभी फरार है। आठ वर्ष बाद अपहृत का शव राजस्थान के अलवर से जमीन खोदकर 25 टुकड़ों में बरामद किया है। मामले में गिरफ्तार दो आरोपितों की पहचान राजस्थान के अलवर के टपूकड़ा निवासी कमल सिंघला और बिहार के समस्तीपुर निवासी गणोश कुमार के रूप में हुई है। मुख्य आरोपित कमल सिंघला मृतक की पत्नी शकुंतला का प्रेमी है।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर बीके सिंह ने बताया कि 23 मार्च 2011 को समालका निवासी जय भगवान ने कापसहेड़ा थाने में शिकायत दी थी कि उसका बेटा रवि अपनी पत्नी शकुंतला के साथ अपनी साली के घर जाने के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। अक्टूबर 2011 में मामले की जांच क्राइम ब्रांच के एसीपी सुरेंद्र कुमार गुलिया के निर्देशन में शुरू हुई। शक की सुई मृतक की पत्नी शकुंतला, उसके भाई राजू और कमल सिंघला पर अटक गई। तीनों का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ, लेकिन इसमें पुलिस को कुछ पता नहीं लग सका। इसके बाद 2017 में हुए ब्रेन मैपिंग टेस्ट में राजू को क्लीन चिट मिली लेकिन कमल सिंघला फंस गया। टेस्ट रिपोर्ट से पता लगा कि कमल ने रवि की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके शव को कहीं दफना दिया। हालांकि, जब तक पुलिस कार्रवाई करती कमल और शकुंतला फरार हो गए। इस दौरान उनकी तलाश जारी रही और 27 सितंबर 2019 को कमल को राजस्थान के अलवर की शालीमार कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ के आधार पर उसके चालक गणोश को भी बिहार के समस्तीपुर से गिरफ्तार कर लिया। पांच अक्टूबर को क्राइम ब्रांच की टीम ने राजस्थान के अलवर से जमीन में गाड़े गए रवि के शव के 25 टुकड़े जेसीबी की मदद से बरामद कर लिए।
2010 में पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की थी हत्या
कमल ने बताया कि 2010 में उसने टपूकड़ा में एक घर का निर्माण कराया था। वहीं पड़ोस में रहने वाली शकुंतला से उसे प्यार हो गया। फरवरी 2011 में शकुंतला की शादी दिल्ली के समालका में रवि से हो गई, लेकिन दोनों मिलते रहे। इसके बाद दोनों ने रवि की हत्या की योजना बनाई। 21 मार्च 2011 को रवि को अपनी बहन के घर ले जाने की बात कहकर शकुंतला उसे घर से बाहर ले आई। कमल और उसका ड्राइवर गणोश कार में उसका इंतजार कर रहे थे। चूंकि शकुंतला ने रवि को बताया था कि कमल उसका जानकार है। ऐसे में शकुंतला के साथ कमल भी कार में बैठ गया। इसके बाद आरोपितों ने रवि की गला घोंटकर हत्या कर दी।
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