Delhi Budget 2019: पहले दिन LG का अभिभाषण, 26 को अपना अंतिम बजट पेश करेगी AAP सरकार
दिल्ली विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे बजट सत्र 2019-20 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक सरकार को घेरने का कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 22 Feb 2019 12:50 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली विधानसभा का सात दिवसीय बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ। वर्ष का पहला सत्र होने के नाते सत्र के पहले दिन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने विधानसभा को संबोधित किया। उनके संबोधन के आधे घंटे बाद सदन की औपचारिक बैठक शुरू होगी। विकास मंत्री गोपाल राय उपराज्यपाल के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करेंगे।
पढ़िए पहले दिन उपराज्यपाल अनिल बैजल के अभिभाषण के प्रमुख अंशः
- शिक्षा समावेशी विकास का बड़ा माध्यम है। शिक्षा में सुधार के प्रयास किये गए।
- 149 सर्वोदय विद्यालय में नर्सरी कक्षाएं शुरू हुईं, जबकि 301 में पहले से हैं।
- 9 स्कूल को अपग्रेड किया गया, इंग्लिश मध्यम के 5 स्कूल शुरू हुए।
- सरकारी स्कूल में हैप्पीनेस करिकुलम, एडब्ल्यूएस के तहत 32000 छात्रों का चयन।
- सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूल में शिक्षा का अधिकार के लिए स्कूल प्रबंधन समिति बनाई।
- 31 स्कूल की इमारत निर्माण शुरू हुआ, 12000 नए क्लास रूम बने।
- सरकारी स्कूल में सीसीटीवी लगाए गए।
- खिलाड़ियों को रोजगार के अवसर दिए गए, 5 फीसदी आरक्षण भी दिया गया।
- ओलंपिक और पैरा ओलिंपिक में पदक जीतने वालों के इनाम में बढ़ोतरी।
- नेताजी सुभाष इस्टीट्यूट को विश्वविद्यालय का दर्जा। वर्ल्ड क्क्लस स्किल सेंटर खोले जा रहे हैं।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल अनिल बैजल का स्वागत किया।
7 दिवसीय बजट सत्र के दौरान पिछले चार साल से दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार 26 फरवरी को अपना आखिरी बजट पेश करने के अलावा गुजरे वित्तीय वर्ष की आर्थिक सर्वेक्षण भी पटल पर रखेगी।यह दिल्ली की छठी विधानसभा का आठवां सत्र होगा, जो छह दिन चलने के साथ 28 फरवरी को समाप्त होगा। इस दौरान 26 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। वहीं 25, 27 और 28 फरवरी को प्रश्नकाल होगा, जिसमें 285 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें से 60 प्रश्न तारांकित और 225 गैर तारांकित होंगे।
बजट सत्र में सरकार को घेरेंगे भाजपा विधायकदिल्ली विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे बजट सत्र में भाजपा विधायक सरकार को घेरने का कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि विपक्ष बजट सत्र में केजरीवाल सरकार के कुशासन, जनता के प्रति विश्वासघात, सत्ता पक्ष के नेताओं के भ्रष्ट आचरण और सरकार की नाकामी की पोल खोला जाएगा। वह प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के विधायकों को मार्शल द्वारा सदन से बाहर निकालकर उनकी आवाज दबाने की कोशिश करेगी। सरकार के दमन के बावजूद भी वे सरकार के हर गलत कदम का पुरजोर विरोध करेंगें। सरकार द्वारा टुकड़े-टुकड़े गैंग को दिए जा रहे समर्थन, मतदाता सूची से 30 लाख नाम काटने का भ्रम फैलाने, आयुष्मान भारत योजना को लागू न कर दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात, मेट्रो फेज-4 व दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) योजना में बाधा डालने के मामले को जोरशोर से उठाया जाएगा। इन ज्वलंत मुद्दों व जनहित के मामलों को लेकर काम रोको प्रस्ताव लाया जाएगा।उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर नाटक कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने चुनाव घोषणापत्र के अनुसार 500 नए स्कूल व 20 डिग्री कॉलेज बनाने हैं, अस्पतालों में 30 हजार अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था करनी है, नौ सौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने हैं, दो लाख सार्वजनिक शौचालय बनाने हैं, दूषित पानी को यमुना में जाने से रोकने के लिये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने हैं, दिल्ली का अपना पावर स्टेशन बनाना है, सारी दिल्ली में फ्री वाई-फाई उपलब्ध कराना है, दस हजार डीटीसी बसें खरीदनी हैं।
दिल्ली सरकार में 55 हजार खाली पदों को भरना है और चार हजार डॉक्टरों व 15 हजार नर्सों को नियमित करना है। इन कामों के लिए सरकार के पास एक साल का समय शेष रह गया है और इसके लिए सरकार को 50 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि बजट सत्र आप सरकार के कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण सत्र है, क्योंकि यह अंतिम बजट होगा। सरकार के पास चुनावी वादों को पूरा करने का अंतिम अवसर है।
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