फरार कुख्यात नीरज बवाना गिराेह का शूटर चढ़ा दिल्ली पुलिस के हत्थे, जमानत मिलने पर नहीं किया था जेल में समर्पण
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना गिरोह के शूटर नरेंद्र उर्फ घोड़ा को गिरफ्तार किया है। 2017 में प्रशांत विहार थाना पुलिस ने उसे हत्या के एक मामले में हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने जेल में समर्पण नहीं किया जिससे कोर्ट ने उसे उक्त मामले में भगोड़ा घोषित कर दिया था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना गिरोह के शूटर नरेंद्र उर्फ घोड़ा को गिरफ्तार किया है। 2017 में प्रशांत विहार थाना पुलिस ने उसे हत्या के एक मामले में हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने जेल में समर्पण नहीं किया, जिससे कोर्ट ने उसे उक्त मामले में भगोड़ा घोषित कर दिया था। उसपर पहले से हत्या के दो मामले दर्ज हैं।
रोहिणी में पहुंचने की मिली थी सूचना
विशेष आयुक्त अपराध शाखा रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक, नरेंद्र, गांव कंसाला, रोहतक, हरियाणा का रहने वाला है। हवलदार नीरज कुमार को सूचना मिली थी कि प्रशांत विहार थाना के एक मामले में फरार नीरज बवाना गिरोह का शूटर नरेंद्र किसी से मिलने जापानी पार्क, सेक्टर-10, रोहिणी आने वाला है। त्वरित कार्रवाई करने पर उसे वहां से पकड़ा जा सकता है |
तदानुसार, संयुक्त आयुक्त एसडी मिश्रा, उपायुक्त संजय भाटिया व सहायक आयुक्त विवेक त्यागी की निगरानी में निरीक्षक सतीश मलिक, हवलदार नीरज कुमार, नरेंद्र, विकास डबास व मनदीप की टीम ने जापानी पार्क, गेट नंबर 7, रोहिणी से नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।
कोर्ट के सामने की थी हत्या
पूछताछ में नरेंद्र ने बताया कि उसने अपने सहयोगियों संदीप, आशीष, अश्वनी और संजय के साथ गांव आसोदा में रणबीर उर्फ गोलू और एक अन्य की हत्या कर दी थी। 2013 में जेल में रहने के दौरान वह झज्जर के रहने वाले काला आसोदा और नीरज बवाना के संपर्क में आकर गिरोह में शामिल हो गया था। अशोक प्रधान और उसके साथियों ने रोहतक कोर्ट के सामने काला असोदा की हत्या कर दी थी।
2017 में नरेंद्र को अदालत से जमानत मिल गई। उसके बाद उसने अपने साथियों झज्जर के रहने वाले मोहित, बवाना के रहने वाले राज कुमार उर्फ भोमा व असोदा गांव के रहने वाले अजय व सतीश के साथ मिलकर काला असोदिया की हत्या का बदला लेने की योजना बनाई।
29 अप्रैल 2017 को रोहिणी कोर्ट परिसर में उन्होंने नीतू दाबोदिया गिरोह के शूटर राजेश उर्फ दुर्मुट की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जून 2017 में उसे हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था। जमानत पर रिहा होने के बाद तय समय सीमा खत्म होने पर उसने जेल में समर्पण नहीं किया और गिरफ्तारी से बच रहा था।
रिपोर्ट इनपुट- राकेश