फ्रिज में श्रद्धा-बेडरूम में गर्लफ्रेंड: आफताब दूसरी प्रेमिका के आते ही किचन में रख देता था शव के टुकड़े
लिव-इन में रहने वाले एक शख्स ने अपनी प्रेमिका को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। हालांकि वो इतने पर ही नहीं रुका मानवीयता की सारी हदें पार करते हुए उसने महिला के शव के 35 टुकड़े किए और धीरे-धीरे कर उन्हें दिल्ली के जंगलों में फेंका।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लगभग एक साल पहले 2022 मई के महीने में दिल्ली में एक ऐसी वारदात हुई थी जो छह महीने बाद पूरे देश को दहला देने वाली थी। यह हत्या थी श्रद्धा वालकर की जिसे अंजाम दिया था उसी के बॉयफ्रेंड आफताब अमीन पूनावाला ने। 9 मई को अदालत ने आफताब पर हत्या के आरोप तय कर दिए हैं। इस मामले में कई ऐसे खुलासे हैं सामने आए हैं जो इस घटना की बर्बरता को दर्शाते हैं और ये भी बताते हैं कि आफताब को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था...
हत्या के बाद ही मजे से खाया चिकन रोल
श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब उसी रात एक चिकन रोल मंगाया और खाया। उसे अपने कृत्य पर कोई पछतावा नहीं था।
डेटिंग एप से लकड़कियों से की दोस्ती
श्रद्धा को मारने के बाद आफताब अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गया। उसने डेटिंग एप से फिर से दूसरी लड़कियों से डेट करनी शुरू कर दी थी।
गर्लफ्रेंड के आने पर श्रद्धा के शव के टुकड़े किचन में रख देता था
आरोपपत्र में कहा गया है कि श्रद्धा की हत्या के बाद जब आफताब की दूसरी गर्लफ्रेंड घर पर आती थी तब वह श्रद्धा के शव के टुकड़े फ्रिज से निकालकर किचन में छिपा देता था और फिर उसके वहां से जाते ही शव के टुकड़ों को वापस फ्रिज में रख देता था। पुलिस ने माना है कि श्रद्धा और आफताब में झगड़े की मुख्य वजह आफताब की कई लड़कियों से दोस्ती ही थी। उसकी दिल्ली से लेकर दुबई तक कई लड़कियों से दोस्ती थी।
अंगुलियां अलग करने को इस्तेमाल किया ये टॉर्च
पुलिस ने आरोपत्र में कहा था कि आफताब ने श्रद्धा की कई हड्डियों को मार्बल काटने वाले ग्राइंडर से पीसकर पाउडर बनाकर जंगलों में फेंक दिया था। इतना ही नहीं उसने श्रद्धा के शव को जलाने और अंगुलियां अलग करने के लिए चिंगारी वाली टार्च का भी इस्तेमाल किया था।
तीन माह बाद फेंका सिर
पुलिस की चार्जशीट में ये भी दर्ज है कि श्रद्धा की हत्या के तीन माह बाद आफताब ने उसके सिर का हिस्सा फेंका था। तब तक लड़कियां उसके घर में आती रहीं।
मुंबई में फेंका था लिपस्टिक और मोबाइल
श्रद्धा का मोबाइल और लिपस्टिक उसने मुंबई में ही फेंक दी थी। आरोपपत्र में कहा गया है कि हत्या वाले दिन दोनों की मुंबई जाने की योजना थी, लेकिन अचानक आफताब ने टिकट रद करवा दीं। उसके बाद दोनों में खर्च को लेकर झगड़ा और मारपीट हुई थी। झगड़े के दौरान आफताब ने श्रद्धा को बिस्तर पर गिराकर उसके सीने पर बैठ कर गला दबा दिया था।
पहले ट्रॉली बैग में फेंकने वाला था श्रद्धा का शव
हत्या के बाद पहले उसने शव को बड़े ट्राली बैग में भरकर फेंकने का प्लान बनाया था। ट्राली बैग ढूंढने में देरी होने के दौरान उसके मन में यह बात आई कि बैग में रखकर वह पकड़ा भी जा सकता है तब उसने वह प्लान रद कर दिया था। फिर उसने शव को अलग-अलग टुकड़ों में काटने का प्लान किया। इसके लिए वह बाजार से एक आरी, एक हथौड़ा और तीन चाकू खरीदकर लाया था।