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Slum and JJ Cluster Rehabilitation Policy: पात्र लाभार्थियों की पहचान करने के लिए सर्वे करेगा दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड, जानें डिटेल

Slum and JJ Cluster Rehabilitation Policy इस सर्वे में कालेज के छात्रों को भी इंटर्न के रूप में शामिल किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने इसे लेकर डीयू और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर छात्रों को जागरूक करने का अनुरोध किया है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Tue, 28 Jun 2022 02:47 PM (IST)
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दिल्ली सरकार ने डीयू और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर छात्रों को जागरूक करने का अनुरोध किया है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) स्लम और जेजे क्लस्टर पुनर्वास नीति के तहत पात्र लाभार्थियों की पहचान करने के लिए एक सर्वे करने जा रही है। इस सर्वे में कालेज के छात्रों को भी इंटर्न के रूप में शामिल किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने इसे लेकर डीयू और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर छात्रों को जागरूक करने का अनुरोध किया है।

मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत झुग्गी-झोपड़ी कालोनी में रहने वालों के पुनर्वास का काम डूसिब को सौंपा गया है। इसके लिए पुनर्वास नीति-2015 के तहत पात्र लाभार्थियों की पहचान की जानी है। कर्मचारियों की कमी की वजह से छात्रों की मदद से सर्वे कराने का डूसिब ने निर्णय लिया है। प्रत्येक टीम का मार्गदर्शन डूसिब के कर्मचारी करेंगे। सर्वे का कार्य 25 जुलाई तक चलेगा। डूसिब ने इसके लिए स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों से आवेदन मांगे हैं।

प्राप्त होने वाले आवेदन से पात्र 50 इंटर्न का चयन किया जाएगा, जिन्हें प्रति माह 15,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इंटर्नशिप पूरी होने के बाद एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा। सर्वे से पहले इंटर्न को दो दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। दिल्ली में 675 सूचीबद्ध और 82 गैर-सूचीबद्ध झुग्गी कालोनियां हैं, जो दिल्ली विकास प्राधिकरण सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों के स्वामित्व वाली भूमि पर बनी हैं।

महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने की योजना अधर में

महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने की योजना अब अधर में है क्योंकि लोक निर्माण विभाग को वन विभाग से हरी झंडी नहीं मिली है।दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी स्ट्रीटस्के¨पग परियोजना के हिस्से के रूप में नेल्सन मंडेला सड़क के 500 मीटर की दूरी और लगभग एक किलोमीटर सड़क पर फुटपाथ को नया रूप दिया जा रहा है।मध्य में महात्मा गांधी की 40 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की भी योजना थी।

पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया कि महात्मा गांधी की एक प्रतिमा स्थापित करने की योजना थी, लेकिन हमें इस मामले में वन विभाग से हरी झंडी नहीं मिली है क्योंकि इसमें एक ऐसा क्षेत्र शामिल है जहां पेड़ हैं।19.16 करोड़ रुपये की लागत से विकसित मुनिरका के कुछ हिस्सों को जोड़ने वाली और वसंत कुंज और दक्षिणी दिल्ली के अन्य हिस्सों की ओर जाने वाली चौड़ी सड़क का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है।

पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक इन सड़कों के सुंदरीकरण में हरियाली प्रमुख हिस्सा है, जिसके तहत विभिन्न प्रकार के विदेशी पौधे लगाए जाएंगे।चयनित खंड नेल्सन मंडेला सड़क पर स्थित एंबिएंस माल के सामने है।

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