शोफिया से बन गई माही सिंह, बच्चे की चाह में मुस्लिम पति छोड़ा; पूरी कहानी जानकर अफसरों के उड़े होश
अस्पताल से 45 दिन के बच्चे को चोरी करने वाली महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला की पहचान माही सिंह के रूप में हुई है। वह पहले मुस्लिम थी लेकिन चार साल पहले उसने हिंदू धर्म अपना लिया था। माही ने तीन शादियां की हैं और उसकी कोई संतान नहीं है। पुलिस को शक है कि वह बच्चों के अपहरण करने वाले गिरोह से जुड़ी हो सकती है।
शनि पाथौली, दक्षिणी दिल्ली। तीसरी शादी के बाद भी संतान न होने पर सफदरजंग अस्पताल से 45 दिन के बच्चे को चोरी करने वाली आरोपिता ने चार साल पहले मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया था। वह 2021 में अपने पति फहीद से तलाक लेकर शोफिया से माही सिंह बन गई थी।
पुलिस माही की करतूत को बच्चों का अपहरण करने वाले सिंडिकेट से भी जोड़कर जांच कर रही है। पुलिस की जांच में सामने आया कि माही ने पहली शादी 2017 में फहीद से की थी। उस समय माही का नाम शोफिया था। वह मुस्लिम थी।
उसने पुलिस को बताया कि फहीद उसे बार-बार तलाक देता था। फिर हलाला कराने के बाद शादी करता था। इससे तंग आकर शोफिया ने उससे तलाक लेकर वर्ष 2021 में हिंदू धर्म अपना लिया। उसने अपना नाम माही सिंह रख लिया।
दिल्ली आकर बलवंत से की दूसरी शादी
माही सिंह काम की तलाश में दिल्ली आ गई। यहां वह एक स्पा में रिसेप्शनिस्ट का काम करने लगी। तभी उसकी मुलाकात बलवंत नाम के व्यक्ति से हुई। कुछ दिन बाद दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। उससे पिछले साल शादी टूटने के बाद वह दिल्ली आ गई। कुछ दिन तक साकिब नाम के युवक के संपर्क में भी रही। पुलिस उससे शादी की बात की पुष्टि नहीं कर रही है।
बच्चा चोरी करने के बाद सास-ससुर को बोली- बेटा हुआ
माही ने तीसरी शादी रोहित से जनवरी में की थी। रोहित से उसकी मुलाकात नोएडा के एक माल में हुई थी। रोहित यहां एक स्पा में मैनेजर है। उसने सास-ससुर को बताया था कि वह गर्भवती है। कुछ दिन पहले बच्चा चोरी करने के लिए दिल्ली आ गई। सास को बताया कि वह उपचार के लिए दिल्ली जा रही है।जब आरोपिता ने बच्चा चोरी कर लिया तो अपने सास-ससुर को फोन करके बताया कि उसने बेटे को जन्म दिया है। पुलिस इस बिंदु पर भी अपनी जांच आगे बढ़ा रही है कि माही के तार बच्चों के अपहरण करने वाले गिरोह से जुड़े हैं या नहीं। पुलिस उसकी संतान न पैदा होने वाली कहानी पर शक कर रही है।
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