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NDMC की तर्ज पर आय के स्रोत बढ़ाएगा दक्षिणी निगम, जानें कैसे होगा फायदा

खराब आर्थिक स्थिति से जूझ रहे दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के कामयाब प्रयोगों को अपनाने का फैसला लिया है।

By Pooja SinghEdited By: Updated: Mon, 18 Nov 2019 09:00 AM (IST)
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NDMC की तर्ज पर आय के स्रोत बढ़ाएगा दक्षिणी निगम, जानें कैसे होगा फायदा
नई दिल्ली, संवाददाता। खराब आर्थिक स्थिति से जूझ रहे दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के कामयाब प्रयोगों को अपनाने का फैसला लिया है। इसके तहत निगम अस्थायी मोबाइल टावरों के लिए नई नीति बनाने पर कार्य कर रहा है। इसके तहत निगम को दो से तीन करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि निगम ने हाल ही में मोबाइल टावर लगाने के लिए नीति को पूरी तरह ऑनलाइन किया है। इसमें कंपनी ऑनलाइन माध्यम से मोबाइल टावर लगाने के लिए आवेदन कर सकती है। साथ ही साइट की निरीक्षण रिपोर्ट भी ऑनलाइन ही जमा कराई जाएगी।

दक्षिणी निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम अपने कानूनी प्रावधानों व नीति के अनुसार सेल टावर लगाने की अनुमति अपने अधिकार क्षेत्र में देता है, लेकिन सेल ऑन व्हील्स एक नई संरचना है। निगम के एक्ट में इसको लेकर कोई नीति नहीं है, जबकि इसके तहत अस्थायी तौर पर थोड़े-थोड़े समय के लिए पार्को, आम स्थानों पर, सड़क किनारे या किसी भी संस्था की खुली जगह पर लगाया जा सकता है।

इसके तहत हम एनडीएमसी की नीति का अवलोकन कर रहे हैं। विधि विभाग की मदद से नई नीति बनाई जा रही है। इसके बाद अस्थायी तौर पर सेल ऑन व्हील्स की अनुमति दी जाएगी, जिससे निगम को राजस्व की प्राप्ति होगी। साथ ही मोबाइल नेटवर्क प्रदाता कंपनियां लोगों को बेहतर सुविधाएं भी प्रदान कर सकेगी। निगम को उम्मीद है कि एक टावर से 40 हजार रुपये प्रति टावर से आय होंगी। इससे कुल दो करोड़ रुपये की आय हो सकती है।

जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र का भी किया सरलीकरण

एनडीएमसी से सीख लेते हुए दक्षिणी निगम ने हाल ही में जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया को भी स्वीकार करने का फैसला लिया है। इसके तहत एनडीएमसी की तरह जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र ऑनलाइन नि:शुल्क प्राप्त किया जा सकेगा। इतना ही नहीं, ऑनलाइन ही जन्म प्रमाणपत्र में नाम जोड़ा जा सकेगा।

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