'मेरी बेटी को बचा लो', लाचार फौजी ने जेपी नड्डा से लगाई गुहार; AAP सांसद आए आगे
अपनी दस महीने की नन्हीं जान के लिए एक पिता दर-बदर की ठोंकरे खा रहा है। उनके लिए सबसे बड़ी चिंता यह है कि उनकी बेटी की उम्र सिर्फ दो साल है उसमें से भी 10 माह गुजर चुके हैं। बच्ची स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक बीमारी से पीड़ित है उसे ठीक होने के लिए जो इंजेक्शन लगना है उसकी कीमत 14 करोड़ है। ऐसे में पिता ने मदद मांगी है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) से पीड़ित अपनी 10 माह की बच्ची की जान बचाने के लिए एक फौजी और उसकी पत्नी दर दर भटक रही है, उनकी चिेता यह है कि जो दिन गुजरता है, बच्ची की उम्र कम होती जा रही है, बच्ची का जीवन केवल दो साल का है उसमें से भी 10 माह गुजर चुके हैं।
फौजी परिवार चाहता है कि लोग आगे आएं और मदद करें कि जिससे बच्ची का इलाज हो सके। बच्ची को जो इंजेक्शन (Spinal muscular atrophy) लगना है उसकी कीमत 14 करोड़ है। इस बच्ची काे बचाने के लिए चल रहे अभियान के तहत अभी तक एक करोड 85 लाख रुपये एकत्रित किए जा चुके हैं।
पिता तुगलकाबाद एयरफोर्स स्टेशन में एयरमैन के पद पर तैनात
प्रशांत यादव मैनपुरी के रहने वाले हैं। दिल्ली के तुगलकाबाद एयरफोर्स स्टेशन में एयरमैन के पद पर तैनात हैं। इनकी बच्ची जयश्वी की बीमारी के बारे में गत जून में पता चला, मगर बच्ची के इलाज के खर्च के बारे में जब एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची को जो इंजेक्शन लगना है।
आप सांसद, संजय सिंह। फाइल फोटो
वह 14 करोड़ का है, उसे अमेरिका से लाया जाएगा। बीमारी के खर्च के बारे में पता चलने के बाद से बच्ची के माता पिता भारी तनाव में हैं।जहां से भी उम्मीद दिख रही है वहां पहुंच रहे हैं लोगों से गुहार लगा रहे हैं कि उनकी बच्ची को बचा लीजिए।
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