नहीं हो सका दिल्ली वक्फ बोर्ड का गठन, भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रही है CBI
जिस समय दिल्ली वक्फ बोर्ड को भंग किया किया था, उस समय बोर्ड के चेयरमैन 'आप' विधायक अमानतुल्लाह खान थे। खान पर गंभीर आरोप हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली वक्फ बोर्ड का गठन डेढ़ साल बाद भी नहीं हो सका है। भ्रष्टाचार की शिकायत पर अक्टूबर 2016 में उस समय के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इसे भंग कर दिया था। जिस समय इस बोर्ड को भंग किया किया था, उस समय बोर्ड के चेयरमैन 'आप' विधायक अमानतुल्लाह खान थे।
सीबीआइ मामले की जांच कर रही है
एलजी ने बोर्ड में कथित भ्रष्टाचार मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी। सीबीआइ मामले की जांच कर रही है। इसी बीच 2017 में 'आप' सरकार ने फिर से बोर्ड के गठन की प्रक्रिया शुरू की थी। सरकार ने फिर से अमानतुल्लाह खान को चेयरमैन बनाने की तैयारी शुरू कर दी। खान को लेकर विपक्षी दलों ने काफी विरोध किया था।
खान पर गंभीर आरोप
भाजपा ने कहा था कि खान पर गंभीर आरोप हैं। जब तक सीबीआइ की जांच पूरी न हो जाए तब तक खान को बोर्ड से दूर रखा जाए। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बोर्ड के गठन की प्रक्रिया रोक दी थी। उनके बाद बोर्ड के सदस्य के पद से अमानतुल्लाह दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं। मगर मामला अभी तक निपटा नहीं है।
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