दिल्ली में कारोबार करना होगा अब और भी आसान, आतिशी सरकार निवेशकों को देगी 'सिंगल विंडो' की सुविधा
दिल्ली सरकार ने निवेशकों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए सिंगल विंडो सिस्टम (एसडब्ल्यूएस) की शुरुआत की है। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आवेदनों की मंजूरी को सरल बनाने काम के बोझ को कम करने और क्षेत्र विशिष्ट सुधारों को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। इस पहल का उद्देश्य नियमों को और अधिक प्रभावी बनाना प्रोजेक्ट को समय सीमा में तेजी से पूरा करना है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने व्यवसायों के संचालन को सुव्यवस्थित और उनको गति देने के लिए एक और कदम उठाया है। दिल्ली सरकार ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाने और लालफीताशाही को खत्म करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम (एसडब्ल्यूएस) की शुरुआत की है। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आवेदनों की मंजूरी को सरल बनाने, काम के बोझ को कम करने और क्षेत्र विशिष्ट सुधारों को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है।
दिल्ली के उद्योग विभाग के अनुसार 12 विभागों की 59 सेवाओं को शामिल करते हुए सिंगल विंडो सिस्टम का उद्देश्य नियमों को और अधिक प्रभावी बनाना और प्रोजेक्ट को समय सीमा में तेजी से पूरा करना और निवेशकों के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार करना है।
पिछले दशक में व्यापार सुधारों का मुख्य आधार
व्यापारिक नियम प्रक्रियाओं को सरल बनाना और ई-सेवा प्रदान करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी को लागू करना, पिछले दशक में व्यापार सुधारों का मुख्य आधार रहा है। ऑनलाइन माध्यमों के जरिए देश में एक अधिक खुला और पारदर्शी व्यापारिक वातावरण बनाया गया है।सिंगल विंडो सिस्टम प्लेटफॉर्म पर 59 सेवाएं जोड़ी गई
विभाग के अनुसार अब तक सिंगल विंडो सिस्टम प्लेटफॉर्म पर 12 संबंधित विभागों से 59 सेवाएं जोड़ी जा चुकी हैं। इसमें विशेष रूप से, दिल्ली सरकार के 7 संबंधित विभागों से 37 सेवाएं शामिल की गई हैं, जिनमें श्रम विभाग, नगर निगम विभाग, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, माप एवं तौल, दिल्ली जल बोर्ड, (पावर डिस्कॉम्स) टाटा पावर, बीएसईएस, बीआरपीएल और उद्योग विभाग शामिल हैं।
दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दी जानकारी
ये सभी सेवाएं विकास योजना के पहले चरण में सिंगल विंडो सिस्टम पर शामिल की गई हैं। दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि किसी भी नए व्यवसाय को शुरू करने के लिए एक निवेशक को कई सरकारी एजेंसियों से विभिन्न स्तरों पर कई लाइसेंस और मंजूरी प्राप्त करनी होती है।इन सेवाओं की जानकारी विभिन्न अधिनियमों, नियमों और विनियमों में बंटी हुई होती है और कई जगहों पर फैली होती है। सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत के साथ नियमों में काफी सुधार हुआ है और अनुमोदन प्रक्रिया अधिक सुगम हो गई हैं।
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