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पराली जलाने पर अब जाना पड़ेगा जेल, सीएक्यूएम ने जिला अधिकारियों को दिए विशेष अधिकार; SC ने लगाई थी फटकार

पराली जलाने पर अब किसानों को सिर्फ कानूनी कार्यवाही का ही सामना नहीं करना पड़ेगा बल्कि जेल भी जाना पड़ सकता है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्णतया रोक लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। आयोग ने दिल्ली हरियाणा पंजाब उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जिला अधिकारियों को विशेष अधिकार प्रदान किए हैं। कहीं भी पराली जले तो दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

By sanjeev Gupta Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 10 Oct 2024 10:36 PM (IST)
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सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बिल्कुल सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। फाइल फोटो

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। पराली जलाने पर अब किसानों को न सिर्फ कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा बल्कि जेल भी जाना पड़ सकता है। सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने बिल्कुल सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। साथ ही पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्णतया रोक लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

पराली जलाने की घटनाएं पूरी तरह से खत्म करने को कहा

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन अधिनियम 2021 की धारा 14 (2) के तहत सीएक्यूएम ने बृहस्पतिवार को हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के सभी जिला अधिकारियों को विशेष अधिकार प्रदान किए हैं। आयोग के सदस्य सचिव अरविंद नौटियाल द्वारा उक्त राज्यों के मुख्य सचिवों को जारी किए गए निर्देशों में पराली जलाने की घटनाएं पूरी तरह से खत्म करने को कहा गया है।

लापरवाही बरतने पर अधिकारी पर भी हो कार्रवाई

जिला उपायुक्त, जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट को स्पष्ट शब्दों में कहा गया है कि अगर कहीं भी पराली जले तो दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस में एफआइआर दर्ज कराने के साथ- साथ सख्त कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए। यहां तक कि इस दिशा में लापरवाही बरतने के लिए छोटे-बड़े हर स्तर के अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

सीएक्यूएम ने एनसीआर में शामिल सभी राज्य सरकारों को भी धान की पराली जलाने पर हर हाल में रोक लगाने का निर्देश दिया है। इसके लिए निगरानी व कार्रवाई दोनों ही बढ़ाने को कहा गया है।

कई राज्यों में सामने आई 772 घटनाएं

गौरतलब है कि फिलहाल भले ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निवासी साफ हवा में सांस ले रहे हों, लेकिन जल्द ही यह राहत ''हवा'' हो जाएगी। वजह, पराली जलने की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। बृहस्पतिवार तक उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में ऐसी 772 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हवा की उत्तर पश्चिमी होने लगी है। ऐसे में जल्द ही पराली का धुआं एनसीआर के निवासियों की सांसें उखाड़ना शुरू कर देगा।

15 सितंबर से 10 अक्टूबर के दौरान किस राज्य में कितनी जली पराली

राज्य पराली जलने की घटनाएं

पंजाब  390
हरियाणा  225
उत्तर प्रदेश 133
राजस्थान 21
दिल्ली 03

बता दें कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हर साल पराली जलाने के मामले सामने आते हैं। हर साल किसानों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग मानने को तैयार नहीं है। अब इसे लेकर कार्रवाई का सख्त आदेश दिया गया है।

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