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Stubble Burning: हरियाणा और पंजाब में अब नहीं जलेगी पराली! जिलों में तैनात किए जाएंगे उड़न दस्ते

Stubble Burning News वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली में प्रदूषण को रोकने के लिए हरियाणा और पंजाब में उड़न दस्ते तैनात किए हैं। ये दस्ते अक्टूबर और नवंबर में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए काम करेंगे। सीएक्यूएम के निर्देशों के तहत दोनों राज्यों ने 2024 तक पराली जलाने को खत्म करने का लक्ष्य रखा है।

By sanjeev Gupta Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 01 Oct 2024 11:32 PM (IST)
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हरियाणा और पंजाब में अब नहीं जलेगी पराली! जिलों में तैनात किए जाएंगे उड़न दस्ते

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण की रोकथाम के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के आदेश पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने हरियाणा और पंजाब में उड़न दस्तों की तैनाती की है। ये उड़न दस्ते पूरे अक्टूबर और नवंबर में वहां पराली जलाने की घटनाओं को शत प्रतिशत खत्म करने के लिए काम करेंगे।

सीएक्यूएम के निर्देशों के तहत पंजाब और हरियाणा ने भी खरीफ सीजन 2024 में धान की पराली जलाने को खत्म करने का लक्ष्य रखा है।

इन जिलों में हुई तैनाती

सीएक्यूएम (CAQM) ने मंगलवार को जानकारी दी कि पंजाब के 16 जिलों में उड़न दस्ते तैनात किए गए हैं। इनमें अमृतसर, बरनाला, भठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का, फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मनसा, मोगा, मुक्तसर, पटियाला, संगरूर, और तरनतारन शामिल हैं। वहीं हरियाणा के 10 जिलों में उड़न दस्ते तैनात किए गए हैं। इनमें अंबाला, फतेहाबाद, हिसार, जींद, कैथल, करनाल, कुरूक्षेत्र, सिरसा, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं।

आधिकारियों के साथ रोकेंगे घटनाएं

सीएक्यूएम ने बताया कि उड़न दस्ते संबंधित राज्य के अधिकारियों के साथ निकट समन्वय में जमीनी स्तर की स्थिति का आकलन करेंगे। दैनिक आधार पर आयोग और सीपीसीबी को रिपोर्ट करेंगे। इसके साथ ही ये दस्ते धान की पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए काम करेंगे।

सीएक्यूएम ने बताया कि जल्द ही धान की कटाई के मौसम के दौरान कृषि विभाग और राज्य सरकार की अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ निकट समन्वय के लिए मोहाली में धान की पराली के लिए प्रबंधन सेल की स्थापना भी की जाएगी।

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