Delhi News: पेड़ से लटका मिला था UPSC एस्पिरेंट का शव, छात्र कैंडल मार्च निकाल जताएंगे विरोध
दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक यूपीएससी उम्मीदवार का शव पेड़ से लटका मिला। छात्रों का आरोप है कि यह हत्या है और वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। मंगलवार शाम को छात्र कैंडल मार्च निकालेंगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। छात्र राजस्थान का रहने वाला था। वह पीजी में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मुखर्जी नगर थाना क्षेत्र से 10 दिनों से लापता छात्र का शव शनिवार को संदिग्ध हालात में पेड़ के फंदे से लटका हुआ मिला था। शव मिलने के बाद से ही छात्रों में भारी नाराजगी है। मंगलवार की शाम पांच बजे भारी संख्या में छात्र कैंडल मार्च निकालकर अपना विरोध जताएंगे। छात्रों का कहना है कि यह सुसाइड है या हत्या। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
छात्रों का आरोप है कि युवक के शव के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाया गया है। पुलिस अधिकारियों से वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, स्थानीय आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का कहना है कि वह हर तरीके से पुलिस का सहयोग करने के लिए तैयार हैं, जिस पीजी परिसर में छात्र रहता था, उस परिसर व आसपास लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मुहैया कराए हैं। पुलिस इस मामले में कई पहलुओं से जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक मुखर्जी नगर में रहने वाले छात्र इंटरनेट मीडिया पर इस मामले को लेकर मुहिम चलाकर कैंडल मार्च में शामिल होने के लिए अपील कर रहे हैं। मार्च शाम पांच बजे वर्धमान माल नेहरू विहार से दृष्टि आफिस मुखर्जी नगर तक निकाला जाएगा, जिसके बाद छात्र उस स्थान पर भी जाएंगे, जहां शव मिला था।
शव की शिनाख्त दीपक कुमार मीणा रूप में हुई है, जो यहां पीजी में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करते थे। मृतक बीते 11 सितंबर से लापता था। स्वजन ने 14 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दी थी। तभी से पुलिस दीपक का सुराग लगाने में जुटी थी पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव स्वजन को सौंप दिया।
इस मामले में पुलिस अधिकारी का कहना है कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस इस मामले में कई अन्य पहलुओं से भी जांच कर रही है। मृतक दीपक राजस्थान के जिला दौसा के रहने वाले थे। परिवार में पिता, मां, दो भाई और दो बहनें हैं। मृतक जुलाई में मेंस परीक्षा की तैयारी के लिए मुखर्जी नगर आ गए थे।
एसडी आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष बीएन झा ने बताया कि जिस पीजी में वह छात्र रहता था, आरडब्ल्यूए ने इस परिसर में लगे सभी 45 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज पुलिस को सौंप दिए। आगे भी आरडब्ल्यूए ने दिल्ली पुलिस को इस मामले की जांच में पूर्ण सहयोग देने भरोसा दिया है।
झा ने कहा कि यह घटना चाहे हत्या हो या आत्महत्या, इसकी गहन जांच जरूरी है। शव की स्थिति और संदिग्ध परिस्थितियों को देखते हुए कई संदेह उत्पन्न हो रहे हैं।
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