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जेएनयू में फिल्म शूटिंग के विरोध पर बंटे छात्रों के विचार, एक तरफ प्रोटेस्ट तो दूसरी तरफ कैंपेन चला रहे छात्र

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फिल्म शूटिंग के विरोध पर छात्रों के विचार बंट गए हैं। एक तरफ कुछ छात्र फिल्म शूटिंग का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ छात्र शूटिंग के समर्थन में कैंपेन चला रहे हैं। छात्रों का कहना है कि 2019 में प्रदर्शन के दौरान अभिनेत्री दीपिका पादुकोण खुलकर जेएनयू छात्र संघ के समर्थन में आई थीं।

By uday jagtap Edited By: Abhishek Tiwari Published: Tue, 09 Apr 2024 07:39 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2024 07:39 AM (IST)
जेएनयू में फिल्म शूटिंग के विरोध पर बंटे छात्रों के विचार

उदय जगताप, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फिल्म शूटिंग को लेकर छात्रों के विचार बंटे नजर आ रहे हैं। एक तरफ छात्र संघ शूटिंग के विरोध में है तो वहीं दूसरी तरफ दूसरे छात्र कैंपेन चला रहे हैं और पर्चे बांट कर शूटिंग का समर्थन कर रहे हैं।

छात्र संघ के समर्थन में जेएनयू आ चुकी हैं दीपिका पादुकोण

छात्रों का कहना है कि 2019 में प्रदर्शन के दौरान अभिनेत्री दीपिका पादुकोण खुलकर जेएनयू छात्र संघ के समर्थन में आई थीं। ऐसे में विरोध से फिल्मों से जुड़े कलाकारों और निर्देशकों के बीच जेएनयू की छवि खराब होने का खतरा है। निर्माता सुधीर मिश्रा की ओर से आपातकाल पर वेब सीरीज बनाई जा रही है।

इसका कुछ हिस्सा वे जेएनयू परिसर में फिल्माना चाहते थे। शुक्रवार को उन्होंने शूटिंग की थी। इसके बाद जेएनयूएसयू ने कुलपति को पत्र लिखकर विरोध जताया था। उन्होंने पत्र में कहा था कि जिस अकादमिक ब्लाक में छात्रों को एकत्र होने से रोका जाता है, वहां शूटिंग की इजाजत क्यों दी गई है।

इसके लिए जेएनयूएसयू से मशविरा क्यों नहीं किया गया। उन्होंने जेएनयू प्रशासन पर परिसर का व्यवसायीकरण करने का आरोप लगाया था। वहीं दूसरी तरफ शूटिंग का समर्थन करने वालों का कहना है कि छात्र संघ के कदम ने रचनात्मकता को बाधित किया है। इससे निर्देशक और शूटिंग कर रहे अन्य लोगों का अपमान हुआ है।

शूट से अकादमिक प्रेरणा ले सकते हैं छात्र

ऐसा व्यवहार राजनीति से प्रेरित है जिससे संवाद और आपसी सम्मान की भावना को नकारा जाता है, जो एक जीवंत शैक्षणिक समुदाय की विशेषता है। शूट से छात्र अकादमिक प्रेरणा ले सकते हैं। इसलिए इसे जारी रखा जाना चाहिए।

इस तरह की परियोजनाएं विश्वविद्यालय की छवि और प्रतिष्ठा में सकारात्मक योगदान दे सकती हैं, विशेष रूप से कठिन वित्तीय कठिनाइयों और छवि निर्माण संकट के दौरान, जिसका विश्वविद्यालय वर्तमान में धन में कटौती और जेएनयू के विचार पर लगातार हमले के कारण सामना कर रहा है।

पूरे मामले में जेएनयूएसयू अध्यक्ष धनंजय ने कहा, हमारे पत्र का कोई जवाब प्रशासन ने नहीं दिया है। परिसर का व्यवसायीकरण हम नहीं चाहते। जेएनयू प्रशासन से हमारा विरोध है, किसी भी फिल्म निर्माता से या फिल्म स्टार से हमारा कोई विरोध नहीं है। पूर्व जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष के प्रदर्शन में मारपीट के बाद चोटिल होने पर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने जेएनयू आकर समर्थन जताया था।


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