फ्लैट से बदबू... टेबल पर मिली सल्फास की गोलियां, वसंत कुंज में 5 मौतों की कहानी जान कांप जाएगा रूह
दिल्ली स्थित वसंत कुंज में एक पिता और उसकी चार बेटियों ने खुदकुशी कर ली। मरने वालों में पिता हीरा लाल उम्र 46 और उनकी चार बेटियां जिनके नाम नीतू 26 निक्की 24 नीरू 23 और निधि 20 साल है। सभी ने एक साथ डाइनिंग रूम में देर रात बैठकर सल्फास की गोलियां पानी में घोलकर पी लिया था। पढ़िए पुलिस ने इस पूरे मामले पर क्या कुछ कहा है।
एजेंसी, नई दिल्ली। Vasant Kunj Suicide: एक चौंकाने वाले मामले में दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक परिवार के पांच सदस्य - एक पिता और उसकी चार बेटियां - अपने घर में मृत पाए गए। पुलिस ने शनिवार को कहा कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है।
जांच से पता चला कि उनकी मौत आत्महत्या से हुई। यह घटना रंगपुरी गांव में हुई। यह त्रासदी शुक्रवार को तब सामने आई जब पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया क्योंकि फ्लैट से दुर्गंध आ रही थी।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि परिवार ने कुछ दिनों से उन्हें नहीं देखा है। अधिकारियों के अनुसार फ्लैट में कुछ संदिग्ध होने की सूचना मिली थी। पुलिस (Delhi Police) के पहुंचने पर उन्हें फ्लैट का दरवाजा तोड़ना पड़ा। आदमी का शव एक कमरे में बिस्तर पर पाया गया और लड़कियों के शव दूसरे कमरे में पाए गए।
मां का पहले ही हो चुका निधन
उस व्यक्ति की पहचान हीरालाल के रूप में की गई और चार लड़कियां उसकी बेटियां थीं - नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20)। उनकी मां का कुछ समय पहले कैंसर से निधन हो गया था। हीरालाल पिछले 28 वर्षों से वसंत कुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में बढ़ई के रूप में काम करते थे।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
वह प्रति माह 25,000 रुपये कमाते थे। हालाँकि जनवरी के बाद से उन्होंने वहां अपनी ड्यूटी नहीं निभाई है। उनकी बेटियां नीरू और सबसे छोटी निधि दिव्यांग थीं। उन्होंने फ्लैट किराये पर लिया था। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रोहित मीना ने कहा कि वसंत कुंज दक्षिण पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
पांच गिलास के साथ मिला सलफास जहर
अपराध टीम, वरिष्ठ एफएसएल टीमें और घटनास्थल और शवों का निरीक्षण करने के लिए सफदरजंग अस्पताल से फोरेंसिक विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों को बुलाया गया। शवों पर कोई चोट के निशान नहीं पाए गए, हालांकि घर के अंदर सलफास जहर के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक चम्मच में संदिग्ध तरल पदार्थ मिला। अधिकारियों ने कहा, शवों का पोस्टमार्टम और सभी पहलुओं से आगे की जांच जारी है।
इसी बीच मृतक का भाई मोहन शर्मा और उसकी भाभी गुड़िया शर्मा मौके पर पहुंच गये। उन्होंने बताया कि मृतक ने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद पारिवारिक मामलों में रुचि लेना बंद कर दिया था और वह हमेशा किसी न किसी अस्पताल में अपनी बेटियों के इलाज में व्यस्त रहता था।
बेटियां अपने कमरे से कम ही बाहर निकलती थीं। मृतक और उसके परिवार को आखिरी बार 24 सितंबर को पड़ोसियों ने देखा था। हालांकि पुलिस को अभी तक सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन माना जा रहा है कि व्यक्ति के इतना कठोर कदम उठाने का कारण उसकी बेटियों की विकलांगता है।