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Summer Vacation 2023: शिमला-मसूरी से उबे लोग, ये टूरिस्ट स्पॉट बन रहे दिल्ली वालों की पहली पसंद

School Summer Vacation 2023 दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 11 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो गया है जो 30 जून तक चलेगा। प्रमुख टूर ट्रैवल संगठनों के अनुसार घरेलू पर्यटन 20 प्रतिशत तक बढ़ा है। वहीं पूर्वोत्तर नए पर्यटन गंतव्य के रूप में उभर रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Mon, 15 May 2023 10:23 AM (IST)
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Summer Vacation 2023: स्कूलों की छुट्टियों के चलते खूब बन रहे घूमने के प्लान
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। स्कूलों की छुट्टियों के दिन आ गए हैं। साथ ही मौसम का पारा भी चढ़ रहा है तो दिल्ली समेत उत्तर भारत के लोग कुछ दिन घूमने के लिए पर्यटन स्थलों का रुख करने लगे हैं। वैसे तो गर्मियों में दिल्ली वालों का प्रमुख पसंदीदा पर्यटन स्थल जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के हिल स्टेशन होते हैं, जो अभी से भरने लग गए हैं।

पूर्वोत्तर जाने वालों की तादात बढ़ी

इसी तरह लोग पूर्वोत्तर का भी रुख कर रहे हैं। देश के प्रमुख टूर टैवल्स संगठनों के अनुसार इस वर्ष घरेलू पर्यटन में 20 प्रतिशत तक का उछाल देखने को मिल रहा है। विशेष बात कि अब लोगों में पूर्वोत्तर को देखने की चाहत बढ़ी है। इसके चलते पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पूर्वोत्तर जाने वालों की तादात में कोई 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। जो कि पूरे घरेलू पर्यटन में पूर्वोत्तर की मौजूदगी पांच से आठ प्रतिशत तक की हो गई है।

ये आंकड़े पूर्वोत्तर के साथ पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को उत्साहित करने वाले हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में पर्यटन को लेकर बड़ी संभावनाएं है।वैसे, भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के लोगों से पहले देश को देखों का आह्वान कर रहे हैं। पूर्वोत्तर को भी पर्यटन के मानचित्र पर उभारने को लेकर सरकार संजीदा है। इसका मिलाजुला असर अब दिखने लगा है।

शिमला, मसूरी से उबे लोग

नए पर्यटन स्थल की तलाश में पर्यटन उद्योग के जानकारों के मुताबिक शिमला, मसूरी, कश्मीर जैसे पर्यटन स्थल परंपरागत है। ऐसे में लोग कुछ नया विकल्प तलाश रहे हैं। इसके चलते पूर्वोत्तर को भी आजमाया जा रहा है। ऐसे में मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर व मिजोरम जैसे पूर्वोत्तर के राज्यों को पर्यटक जा रहे हैं।

इसमें कामाख्या मंदिर, शिलांग, काजीरंगा पार्क, गुवहाटी, आइजोल, गंगटोक जैसे पर्यटन स्थल हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों में नए हवाई अड्डे उनकी मंजिल को आसान कर रहे हैं। हालांकि, महंगा हवाई किराया राह में रोड़े अटका रहा है।

यूरोप, ब्रिटेन की जगह नजदीक के देशों को तरजीह

यूरोप, ब्रिटेन व कनाडा जैसे पसंदीदा देशों में जाने के लिए वीजा में रूकावटें और महंगा किराये की वजह से विदेश जाने वाले देसी पर्यटक पड़ोसी व नजदीक के देशों को तरजीह दे रहे हैं। इसमें मारिशस, बैंकाक, बाली, भूटान, नेपाल व श्रीलंका जैसे देश शामिल है।

देसी पर्यटन में उछाल देखने को मिल रहा है। यह उत्साहित करने वाला है। इसमें भी पूर्वोत्तर की ओर बढ़ती पर्यटकों की दिलचस्पी पर्यटन का नया अध्याय खोल रही है।

कोरोना की मार से उबरा घरेलू पर्यटन

इंडियन चैंबर आफ कामर्स (उड्डयन एवं पर्यटन समिति) के चेयरमैन सुभाष गोयल ने बताया कि इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स के अध्यक्ष राजीव मेहरा ने बताया कि कोरोना की मार से घरेलू पर्यटन काफी हद तक उबर चुका है। अच्छी बात है कि नए-नए पर्यटन स्थल तलाशे जा रहे हैं। इससे उद्योग का विस्तार हो रहा है। वैसे, अभी विदेशी पर्यटकों की आमद कम है। इस ओर उपाय करने होंगे।

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