Survey: दिल्ली-NCR के 5 में से चार परिवार प्रदूषण से बीमार, सांस लेने-आंखों में जलन सहित झेल रहे ये परेशानियां
Delhi NCR Pollution दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में बीते दिनों से वायु प्रदूषण स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। लोकलसर्किल नामक कम्युनिटी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म की तरफ से किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि दिल्ली-एनसीआर के पांच में से चार परिवार प्रदूषण की वजह से बीमार है।
By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 06 Nov 2022 04:55 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में बीते दिनों से वायु प्रदूषण स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। लोकलसर्किल नामक कम्युनिटी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म की तरफ से किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि दिल्ली-एनसीआर के पांच में से चार परिवार प्रदूषण की वजह से बीमार है। लोकलसर्किल ने दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम के 19000 से अधिक लोगों को सर्वे में शामिल किया है। इनमें 63 प्रतिशत पुरुष और 37 प्रतिशत महिलाएं शामिल की गई हैं।
एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि प्रदूषण बढ़ने से अस्थमा, सांस लेने में तकलीफ और ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। बढ़ी हुई पीएम 2.5 उपस्थिति के साथ प्रदूषित हवा प्रभावित लोगों में सांस लेने की समस्याओं को बढ़ा देती है। 10-15 लोग और 2-3 बच्चे हर दिन अस्पताल आ रहे हैं।
यह है स्थिति... 80 प्रतिशत लोग प्रदूषण के कारण कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
13 प्रतिशत लोग प्रदूषण के दौरान दिल्ली-एनसीआर से बाहर गए।07 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें प्रदूषण से कोई समस्या नहींनोट : सर्वे में 10121 लोग शामिल हुए।
इतने प्रतिशत लोग इन-इन समस्याओं का रहे सामना... 69 प्रतिशत लोग गले से संबंधित बीमारी से हैं प्ररेशान।50 प्रतिशत लोग नाक बहना संबंधित बीमारी से ग्रस्त।56 प्रतिशत लोग आंखों में जलन से पीड़ित।44 प्रतिशत लोग सांस लेने संबंधी बीमारी से ग्रस्त।44 प्रतिशत लोग सिर दर्द से पीड़ित।31 प्रतिशत लोग ध्यान केंद्रित नहीं कर पाने से पीड़ित।
44 प्रतिशत लोग प्रदूषण के कारण ठीक तरह से नींद नहीं ले पा रहे।नोट : सर्वे में 8097 लोग शामिल हुए।ये भी पढ़ें- Air Pollution: दिल्ली NCR का AQI दो दिन बाद आया 400 से नीचे, हालात अब भी खराब; संडे को फिर होगी CAQM की बैठक
डाक्टर से सलाह ले रहे इतने लोग... 12 प्रतिशत लोग एक या दो बार डाक्टर के पास जा चुके हैं।6 प्रतिशत लोग एक या दो बार अस्पताल पहले से जा चुके हैं।22 प्रतिशत लोगों ने अपने डाक्टर से प्रदूषण से संबंधित बीमारी को लेकर सलाह लिया है।6 प्रतिशत लोग आगामी दिनों में प्रदूषण से संबंधित बीमारी को लेकर डाक्टर के पास जाने की योजना बना रहे।
24 प्रतिशत लोग घर में बिना डाक्टर की सलाह पर खुद प्रदूषण से संबंधित बीमारी से निपटने की बात कही।24 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें प्रदूषण से संबंधित कोई बीमारी नहीं है।6 प्रतिशत लोग दिल्ली-एनसीआर से बाहर गए।नोट : सर्वे में 9626 लोग शामिल हुए।ये भी पढ़ें- Delhi Pollution 2022: दिल्ली में अगले आदेश तक नहीं चलेंगे 5 लाख वाहन, सड़कों पर दिखे तो 20,000 रुपये चालान
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