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45 लड़कियों की जिंदगी नर्क होने से बची, झारखंड सीएम ने कहा- आपका भाई आपके साथ है

सोरेन द्वारा दिल्ली में मानव तस्करी के रैकेट से रेस्क्यू करवाई गई लड़कियों को झारखंड वापस लाने की पहल की गई। जिस पर झारखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल से संपर्क किया। इसके बाद दिल्‍ली सरकार की पहल से बच्‍चियां वापस गईं।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 08 Nov 2020 05:49 PM (IST)
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रेस्‍क्‍यू के बाद वापस झारखंड पहुंची बच्‍ची से बात करते सीएम हेमंत सोरेन।
नई दिल्‍ली, रितिका मिश्रा। मानव तस्‍करों के खिलाफ चल रही मुहिम में एक बार फिर दिल्ली महिला अयोग को एक बड़ी उपलब्‍धि मिली है। आयोग की पहल से ही रविवार को झारखंड की कई लड़कियों को मुक्‍त कराया गया। इसकी तारीफ झारखंड सरकार के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी की है। हेमंत सोरेन ने इस नेक काम के लिए स्‍वाति मालीवाल की तारीफ भी की है। सोरेन द्वारा दिल्ली में मानव तस्करी के रैकेट से रेस्क्यू करवाई गई लड़कियों को झारखंड वापस लाने की पहल की गई। जिस पर झारखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल से संपर्क किया। स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संज्ञान में ये बात पहुंचाई, जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को पूर्ण रूप से सहयोग करने और जल्द प्रक्रिया शुरू करवाने के निर्देश दिए।

आपका भाई और आपकी सरकार काम कर रही है

सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'वर्षों से मानव तस्करी का दंश झारखण्ड झेलता आ रहा है। आज दिल्ली से रेस्क्यू करा कर झारखण्ड वापस लायी गई बच्चियों से मिला। यह एक भावुक पल था। सभी बच्चियों को हरसंभव मदद पहुंचायी जा रही है। उन्‍होंने आगे लिखा है कि आपका भाई, और आपकी सरकार महिला एवं बाल उत्थान के लिए प्रयत्नशील हो कार्य कर रही है।

कई बच्‍चियों को करवाया जा चुका है रेस्‍क्‍यू

बीते कई सालों से स्वाति मालीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली महिला आयोग झारखण्ड से दिल्ली में मानव तस्करों द्वारा लाई गई कई बच्चियों को रेस्क्यू करवा चुका है। देखा गया है कि इन बच्चियों को झारखंड और अन्य राज्यों से प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा दिल्ली लाया जाता है और उन्हें दिल्ली लाकर बेच दिया जाता है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल लंबे समय से इन प्लेसमेंट एजेंसियों के नियमितीकरण को लेकर आवाज़ उठाती रही हैं। 

45 लड़कियों को मिली वापस जिंदगी

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर अब 45 लड़कियों को वापस उनके घर पहुंचाया जा रहा है। झारखंड सरकार इन बच्चियों के पुनर्वास पर भी काम करने जा रही है। सभी बच्चियों को शनिवार को दिल्ली से झारखंड वापस ले जाया गया जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वापिस लाई गई बच्चियों से मुलाकात की। 

निशाने पर प्‍लेंसमेंट एजेंसियां

दिल्ली महिला आयोग के प्रवक्ता और पीआरओ राहुल तहिलियानी ने मीडिया को बताया, " दिल्ली महिला आयोग आए दिन झारखण्ड एवं अन्य राज्यों से दिल्ली लाई गई लड़कियों को रेस्क्यू करता है। झारखण्ड सरकार द्वारा बच्चियों को वापस घर पहुंचाने की पहल का हम स्वागत करते हैं। आयोग और दिल्ली सरकार द्वारा झारखंड सरकार को इस प्रक्रिया में पूरी सहायता दी गयी। आगे भी आयोग प्लेसमेंट एजेंसियों की अवैध गतिविधियों के खिलाफ अपनी जंग जारी रखेगा। 

हेंमत सोरेन की हुई तारीफ

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, "झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी की ये पहल बेहद सराहनीय है। हम झारखंड की कई बच्चियों को रेस्क्यू करवा चुके हैं। अब उन सब बच्चियों को वापस घर पहुंचाया जा रहा है और उनका पुनर्वास भी किया जाएगा। ये बहुत ही ज़रूरी है कि इन सभी बच्चियों को एक अच्छी जिंदगी मिले, मुझे खुशी है कि सरकार ये कार्य करने जा रही है। प्लेसमेंट एजेंसियों को नियमित करने के लिए हम लंबे समय से आवाज़ उठा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि अपने कार्यकाल में इन एजेंसियों को भी नियमित करवाने के लिए कानून बनवा पाएं और तस्करी पर रोक लगा पाएं।

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