लाइफस्टाइल: सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ रहा है टेराकोटा थीम इंटीरियर
टेराकोटा शीतलता प्रदान करता है, वायु का शुद्धिकरण और वातावरण को खुशनुमा माहौल प्रदान करने वाला रंग अब लोगों को भाने लगा है।
By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 28 Jul 2018 05:38 PM (IST)
गुरुग्राम [प्रियंका दुबे मेहता]। आधुनिकता की दौड़ में फाइबर व प्लास्टिक के इस युग में मिट्टी की खुशबू कहीं दबकर रह गई थी। लेकिन एक बार फिर से लोग जड़ों से जुड़ने लगे हैं। ऐसे में घरों की दरो-दीवार पर भी अब मिट्टी के वही रंग बिखर रहे हैं, जो शायद किसी जमाने में घरों की शान हुआ करते थे। इन दिनों इंटीरियर के नए ट्रेंड टेराकोटा थीम में मिट्टी के रंगों में क्रिस्टल व धातुओं की चमक भी फीकी पड़ने लगी है।
मानसून इंटीरियर के रूप में छाया टेराकोटालाल मिट्टी को पकाकर सजावटी सामान बनाने की कला को ही टेराकोटा कहा जाता है। बरसात के इस मौसम में लोग घरों पर पौधे लगाने के लिए गमले व फूलदान ले रहे हैं। इसके साथ ही घरों को अब टेराकोटा थीम में रंगना चाह रहे हैं।
टेराकोटा को तरजीह दिल्ली की इंटीरियर डिजाइनर लिपिका सूद के मुताबिक अब जो नई हवाएं चल रही हैं उसमें संस्कृति के रंग फिर से लोगों के दिमाग पर छाने लगे हैं। ऐसे में लोग अब टेराकोटा को तरजीह देने लगे हैं। घरों के लॉन को जहां गमलों से सजा रहे हैं वहीं घरों के भीतर इसके रंगों का टच चाहते हैं। ऐसे में अब इंटीरियर डेकोरेटर्स भी इसको महत्व देने लगे हैं। ऐसे में मिट्टी या टेराकोटा के पॉट्स के अलावा कॉर्नर, वॉल हैंगिंग, पेंटिंग फ्रेम व यहां तक कि फर्नीचर व क्रॉकरी में भी टेराकोटा के रंगों का उपयोग किया जा रहा है।
कारीगरों का बढ़ा कामटेराकोटा या मिट्टी के बर्तन चमक खत्म सी हो गई थी ऐसे में कारीगरों का काम खत्म होने लगा था। लेकिन अब नए ट्रेंड में कारीगरों को भी काम मिलने लगा है। गुरुग्राम की इंटीरियर डिजाइनर पूनम सोढ़ी के मुताबिक अब यह ट्रेंड इस कदर चढ़ रहा है कि उनसे जुड़े कारीगरों के पास बल्क में ऑर्डर मिलने लगे हैं। टेराकोटा इस समय हॉट ट्रेंड बन रहा है। लोग गेरुए रंग की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
घर को नया लुक मिल रहा है
इंटीरियर डिजाइनर पूनम सोढ़ी का कहना है कि इन दिनों सजावट के अलावा क्रॉकरी में टेराकोटा डिनर सेट्स का उपयोग भी विशेष आयोजन के लिए होने लगा है। ऐसे में घर को पूरी तरह नया लुक मिल रहा है। लैंप्स से लेकर घरों के फर्नीचर तक में यही रंग पसंद किए जा रहे हैं।परंपरा को हम भूल गए थे
इंटीरियर डिजाइनर राज सूरी कहते हैं कि प्राचीन सभ्यता की इस परंपरा को हम भूल गए थे लेकिन अब लोगों को जब वैज्ञानिक तर्क समझ में आने लगे तो लोग फिर से इसकी तरफ मुड़ रहे हैं। टेराकोटा शीतलता प्रदान करता है, वायु का शुद्धिकरण और वातावरण को खुशनुमा माहौल प्रदान करने वाला रंग अब लोगों को भाने लगा है। दीवारों को टेराकोटा रंगों में रंगवाया जा रहा है, मूर्तियां व बड़े आकार की पेंटिंग्स इसी फ्रेम पर बन रही हैं।
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