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पर्यावरण बचाने के लिए बनाया ‘बिग ट्री’, पार्टी से पहले एक पौधा लगा लिया जाए

Greenery Message गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड स्थित रेस्त्रां ‘द बिग-ट्री’ में आप पार्टी इंज्वॉय करने के साथ ही पर्यावरण को बनाए रखने में भी अपना योगदान दे सकते हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Fri, 06 Mar 2020 02:23 PM (IST)
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पर्यावरण बचाने के लिए बनाया ‘बिग ट्री’, पार्टी से पहले एक पौधा लगा लिया जाए

नई दिल्ली, प्रियंका दुबे मेहता। Greenery Message: पार्टी का नाम सुनते ही युवा उत्साह से भर जाते हैं। कपड़े, मेन्यू और जगह की योजना बननी शुरू हो जाती है। पार्टी की मस्ती के बीच पर्यावरण के लिए भी कुछ करने का मौका मिल जाए तो...है न बढ़िया थीम। अब आप सोच रहे होंगे कि इस तरह पार्टी करने का मौका कहां मिलेगा तो हम आपको बता देते हैं। गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड स्थित रेस्त्रां ‘द बिग-ट्री’ में आप पार्टी इंज्वॉय करने के साथ ही पर्यावरण को बनाए रखने में भी अपना योगदान दे सकते हैं।

जब आप रेस्त्रां में पहुंचेंगे तो पार्टी शुरू करने से पहले रेस्त्रां के भीतर बने एक बड़े से बगीचे में पौधा लगाने की आप से गुजारिश की जाती है। सभी एक एक पौधा लगाते हैं और फिर शुरू होती है जबरदस्त पार्टी। रेस्त्रां के इस पहल को युवा खूब सराह रहे हैं और पूरे उत्साह के साथ इसमें हिस्सा भी ले रहे हैं।

पर्यावरण बचाने के लिए बनाया ‘बिग ट्री’ : रेस्त्रां संचालक राहुल कहते हैं पार्टी करना किसे पसंद नहीं। पार्टी में अधिकतर युवा शामिल होते हैं। इन युवाओं को जोड़ते हुए किस तरह पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाए इसी सोच के साथ उन्होंने इसकी शुरुआत की। इसके लिए उन्होंने रेस्त्रां में पांच सौ गज का एक बगीचा बनाया है, जिसमें लगाने के लिए वे स्वयं गेस्ट को पौधा देते हैं। गेस्ट खाने का ऑर्डर दे देते हैं, जब तक भोजन तैयार होता है तब तक वे पौधा लगा लेते हैं। हालांकि किसी को इसके लिए बाध्य नहीं किया जाता, जो ऐसा करना चाहे उसी को पौधा लगाने के लिए कहा जाता है। राहुल के मुताबिक अधिकतर युवा इस काम को खुशी खुशी करते हैं।

मीठे में भी कई विकल्प : बिग ट्री में नाम के अनुकूल डिशेज हैं। इसका प्रभाव स्वीट डिशेज में भी देखने को मिलता है। इसमें स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बीट रूट हलवा मेन्यू में रखा गया है। चुकंदर के फायदों के साथ इसमें डाले गए इनग्रेडियंट्स से तैयार मिठाई देखते ही मुंह में पानी आ जाएगा। मीठे में कुछ और चखने का मन हो तो बापादोही चीज केक, एवोकैडो मूज और हर दिल अजीज ब्राउनी का स्वाद ले सकते हैं।

इंटीरियर व कटलरी भी पर्यावरण फ्रेंडली : आप सोच रहे होंगे कि केवल बगीचे में पौधा लगाकर ही पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। रेस्त्रां के इंटीरियर में भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलता है। यहां की दीवारों से लेकर फर्नीचर तक में पर्यावरण की खूबसूरती देख पाएंगे। यहां पर जीरो प्लास्टिक का कॉन्सेप्ट अपनाया जा रहा है। इसके लिए वुडन चम्मच और पर्यावरण पर आधारित किताबें भी रखी गई हैं।

बिरयानी से लेकर कबाब तक हर स्वाद लाजवाब : रेस्त्रां वैसे तो मल्टी क्यूजीन है, लेकिन यहां मुगलकालीन व्यंजनों को खास तरजीह दी गई है। बिरयानी को विशेष मुगलकालीन तरीके से तैयार किया जाता है। बिरयानी को सुगंधित बनाने के लिए केसर व जायफल का प्रयोग किया जाता है। बिरयानी में पारंपरिक स्वाद बरकरार रहे इसके लिए हल्के आंच पर देर तक पकाते हैं। इसके अलावा आरंचीनी कबाब भी विशेष तौर से तैयार किया जाता है। यह फ्यूजन डिश है जिसे बिरयानी से ही बनाया जाता है। इसी तरह पनीर 65 में भी पनीर के साथ अन्य क्यूजीन का इफ्यूज्ड स्वाद मिलेगा। यहां के पिज्जा, पास्ता व सैंडविचेज में भी हरियाली देखने को मिलेगी।

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