सीमा पर गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिक के कई अन्य राज्यों से कनेक्शन, जानिए कहां-कहां फैला रखा था नेटवर्क
भारत-बांग्लादेश सीमा से बीएसएफ द्वारा गिरफ्तार चीनी नागरिक हान जुनवेई अपने कारोबार का जाल गुरुग्राम ही नहीं बल्कि मुंबई से लेकर हैदराबाद तक फैला रखा था। उसकी कंपनी हुआ टांग बेहतर विश्वा टेक्नोलाजी हैदराबाद में ही पंजीकृत है। चीनी नागरिक ने गुरुग्राम मुंबई व हैदराबाद में फैला रखा था कारोबार
By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Fri, 11 Jun 2021 02:43 PM (IST)
नई दिल्ली/ गुरुग्राम(आदित्य राज)। भारत-बांग्लादेश सीमा से बीएसएफ द्वारा गिरफ्तार चीनी नागरिक हान जुनवेई अपने कारोबार का जाल गुरुग्राम ही नहीं बल्कि मुंबई से लेकर हैदराबाद तक फैला रखा था। उसकी कंपनी हुआ टांग बेहतर विश्वा टेक्नोलाजी हैदराबाद में ही पंजीकृत है। गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-तीन इलाके के प्लाट नंबर टी-14/9 में वह स्टार स्प्रिंग नाम से होटल चलाता था। इससे पहले डीएलएफ फेज-तीन इलाके में ही 30 कमरों का पीजी चलाता था। इससे अनुमान है कि वह पांच-छह वर्षों से गुरुग्राम में रह रहा था। वह संदिग्ध गतिविधियों में शामिल है, यह जानकारी तब सामने आई जब इसी साल जनवरी में उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम ने होटल में छापेमारी की। दिसंबर में वह चीन चला गया था। इस वजह से पकड़ में नहीं आया लेकिन उसकी कंपनी में नंबर दो डेविड एवं डायरेक्टर प्रशांत सहित कई अन्य कर्मचारियों को एटीएस दबोच कर ले गई थी।
जनवरी 2019 के दौरान हान जुनवेई ने गांव नाथुपुर निवासी जेवीएल प्रापर्टीज एंड ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर पारुल लोहिया से मुलाकात की थी। उसने कहा कि वह उनका हाेटल लीज पर लेना चाहता है। वर्तमान में वह जहां पर पीजी चला रहा है, उससे उसका काम नहीं चल रहा है। बातचीत तय होने पर कोर्ट से जेवीएल प्रापर्टीज एंड ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड एवं टांग बेहतर विश्वा टेक्नोलाजी के बीच एग्रीमेंट हुआ। होटल में 80 कमरे हैं। कोरोना संकट से पहले अधिकतर कमरे लगे रहते थे। कोरोना संकट शुरू होने के बाद उसने रेंट देना बंद कर दिया था। दिसंबर 2020 में वह यह कहते हुए चीन चला गया था कि आकर बकाया राशि देगा। जनवरी में उत्तर प्रदेश की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (एटीएस) की एक टीम होटल में छापेमारी करने पहुंची। फिर बात सामने आई कि चीनी नागरिक भारत के विभिन्न इलाकों से सिम खरीदकर अपने देश में भेजता था।
पारुल से भी की गई थी पूछताछ
छापेमारी के दौरान एटीएस की टीम ने जेवीएल प्रापर्टीज एंड ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर पारुल लोहिया से भी पूछताछ की थी। लोहिया ने बताया था कि लीज एग्रीमेंट करने के बाद वह केवल किराया लेने के लिए जाते थे। उन्हें पता होता कि चीनी नागरिक संदिग्ध गतिविधियों में शामिल है तो बातचीत ही नहीं करता। लोहिया का कहना है कि जैसे ही उन्हें जानकारी मिली उन्होंने फरवरी में लीज कैंसिल के लिए नोटिस दे दिया था। दो महीने होटल खाली रहा। अप्रैल में पजेशन ले लिया। इस मामले ने उन्हें काफी अंदर से हिला दिया है। देश के कई राज्यों में उनका होटल का काम है। अब आगे से वह पूरी छानबीन करने के बाद ही लीज एग्रीमेंट करेंगे। बीएसएफ या एटीएस की टीम उनसे जैसा व जिस स्तर पर सहयोग चाहती है, वह देने को तैयार हैं।
थाने से दो किलोमीटर की दूरी पर होटल
होटल डीएलएफ फेज-तीन थाने से केवल डेढ़ से दो किलोमीटर की दूरी पर है लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। यह गुरुग्राम पुलिस की सक्रियता के ऊपर भी प्रश्नचिन्ह है। थाना प्रभारी विनीत कुमार ने स्वीकार किया कि चीनी नागरिक संदिग्ध गतिविधियों में शामिल है, इसका पता एटीएस की छापेमारी के बाद ही चला। इससे पहले भी कई कुख्यात बदमाश गुरुग्राम इलाके से पकड़े जा चुके हैं। बदमाश आराम से पीजी, होटल या सोसायटी में रह रहे थे।
गुरुग्राम पहुंचेगी बीएसएफ की टीमसूत्रों के मुताबिक चीनी नागरिक के बारे में विशेष जानकारी हासिल करने के लिए बीएसएफ की टीम गुरुग्राम पहुंच सकती है। टीम न केवल होटल का निरीक्षण करेगी बल्कि पारुल लोहिया से भी पूछताछ कर सकती है। वैसे चीनी नागरिक की गिरफ्तारी के साथ ही बीएसएफ की टीम ने पारुल से फोन पर काफी कुछ जानकारी हासिल कर चुकी है। बता दें कि चीनी नागरिक भारत-बांग्लादेश सीमा पर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह चोरी-छिपके भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा था। बताया जाता है कि मुंबई के कारोबार में उसके पार्टनर रहे अब्दुल रज्जाक फरार चल रहा है। एटीएस उसकी तलाश कर रही है।
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