दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में सुरक्षा का ज्यादा खतरा, प्रिंसिपल खुद खोलते हैं गेट
एमसीडी की शिक्षक यूनियन शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के मुताबिक दिल्ली के स्कूलों में बम रखे होने की धमकी मिलने के बाद सारी दिल्ली में अफरा तफरी का माहौल है। दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में सुरक्षा के लिहाज से खतरा ज्यादा है। इन स्कूलों में कोई गार्ड और चौकीदार नहीं है। 400 से ज्यादा निगम स्कूलों में यही स्थिति है। कई स्कूलों में प्रिंसिपल ही गेट खोलते हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में सुरक्षा के लिहाज से खतरा ज्यादा है क्योंकि दिन में जब स्कूल खुलते हैं तब तो गार्ड है ही नहीं बल्कि रात को भी कई जगह पर चौकीदार नहीं है। यह स्थिति 400 से ज्यादा निगम स्कूलों में है।
स्कूलों में गार्ड उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव जरूर पास किया गया था, लेकिन अभी तक वह सिरे नहीं चढ़ पाया। इसकी वजह से निगम स्कूलों की स्थिति सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा संवेदनशील है।
एमसीडी की शिक्षक यूनियन शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के मुताबिक दिल्ली के स्कूलों में बम रखे होने की धमकी मिलने के बाद सारी दिल्ली में अफरा तफरी का माहौल है।
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सरकारी स्कूलों के लिए नहीं जारी की गई एडवाइजरी
इसी कारण तकरीबन प्राइवेट स्कूलों ने अपने अपने स्कूलों की छुट्टी कर दी और बच्चों को घर भेज दिया पर इसके विपरीत दिल्ली के सरकारी स्कूलों के लिए कोई एडवाइजरी तक जारी नहीं की गई।क्या इन बच्चों की किसी को कोई चिंता नहीं है? क्या इन स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों का कोई परिवार नहीं है? इन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता को किसी अनहोनी होने पर सरकार बच्चे लाकर दे सकती है।
निगम स्कूलों की तो और बुरी हालत है यहां 1534 स्कूलों में से किसी भी स्कूल के गेट पर गार्ड नहीं है सुरक्षा की जिम्मेदारी भी शिक्षकों पर है। मानो जैसे शिक्षकों ने कमांडों ट्रेनिंग भी ले रखी हो। यूनियन के मुताबिक गार्ड न होने की वजह से कई स्कूलों में प्रिंसिपल ही गेट खोलते हैं। इसलिए स्कूलों में आए दिन चोरी की घटनाएं होती रहती है।
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