DUSU Election: साउथ कैंपस में रही गहमागहमी, उम्मीदवारों के समर्थकों ने आचार संहिता का किया उल्लंघन
DUSU Election 2024 दिल्ली विश्वविद्यालय में डूसू चुनाव को लेकर दक्षिणी कैंपस में ज्यादा सक्रियता दिखी। यहां पर उम्मीदवारों के समर्थकों ने छात्र-छात्राओं के लिए गाड़ियां लगा रखी थी। ताकि उन्हें मतदान केंद्र तक जाने में कोई दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। मेट्रो स्टेशन से लेकर कॉलेज तक की सड़क दोपहर में ही पैम्फलेट से भरी हुई दिखाई दी।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिणी कैंपस में डूसू चुनाव को लेकर शुक्रवार को प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने खूब जोर आजमाइश की। मेट्रो स्टेशन से लेकर कालेजों के गेट तक छात्रों को पहुंचाने के लिए प्रत्याशियों ने गड़ियां लगा रखी थीं।
गेट पर अपने पक्ष में वोट देने के लिए समर्थक छात्रों की मनुहार करते नजर आए। आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए न केवल पैम्फलेट उड़ाए गए, बल्कि जमकर नारेबाजी भी होती रही।
प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पुराने छात्र-नेताओं से लेकर राजनेताओं तक दिनभर पहुंचते रहे। रणनीतियां बनती रहीं और उसे के हिसाब से छात्रों को अपने पक्ष में करने का प्रयास होता रहा। एक टीम जहां नारेबाजी और पैम्फलेट बांटते हुए प्रत्याशियों का परिचय दे रही थी।
इस दौरान भारी संख्या में पुलिस की रही तैनाती
वहीं दूसरी टीम कॉलेज आने वाले छात्रों से शांतिपूर्वक संपर्क कर अपने कैंडीडेट के लिए वोटिंग करने के लिए मनाती रही। इस दौरान बार-बार पुलिस बल छात्रों को गेट से हटाती रही।
मेट्रो स्टेशन से लेकर राम लाल आनंद कॉलेज तक की सड़क दोपहर होने तक पैम्फलेट से पट गईं। आचार संहिता का उल्लंघन भी जमकर हुए। गेट पर ही पुलिस और प्रशासन के सामने समर्थकों जमकर पर्चे उड़ाए।
स्मार्ट कार्ड से हुए चुनाव, फर्जी वोटिंग पर लगी रोक
पीजीडीएवी ईवनिंग कॉलेज में डूसू चुनाव को लेकर वोटिंग में स्मार्ट कार्ड का प्रयोग किया गया। प्राचार्य प्रो. रवींद्र गुप्ता ने बताया कि कालेज में विगत सात वर्ष से स्मार्ट कार्ड व्यवस्था लागू है। प्रवेश लेने वाले छात्रों को यह कार्ड जारी किया जाता, जो पहचान पत्र, लाइब्रेरी कार्ड, एटीएम कार्ड की तरह काम करता है।
वोट देने के लिए छात्रों का टू स्टेप वेरिफिकेशन होता है। पहले चरण में स्मार्ट कार्ड स्कैन करते ही छात्र की पूरी डिटेल स्क्रीन पर आ जाती है। फिर पंजीयन कर उन्हें आगे के लिए भेज दिया जाता है। वोट देने से पहले छात्र का मैनुअल स्कैन होता है। यदि कोई व्यक्ति किसी छात्र का कार्ड लेकर दोबारा पहुंचता है तो वहीं पकड़ में आ जाता है।
इस तरह पारदर्शी चुनाव कराते हुए फर्जी वोटिंग रोकी जाती है। छात्र संघ परामर्शदाता डा. विपिन प्रताप सिंह ने बताया कि आंतरिक छात्र संघ समिति निर्विरोध चुन लिया जाने के कारण कालेज में केवल डूसू के चुनाव ही हुए हैं।