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Delhi News: जी-20 पर थी शानदार सज-धज, 10 महीने में बदहाल हो गया भारत मंडपम के आसपास का क्षेत्र

करीब 10 महीने पहले जी20 शिखर सम्मेलन की तैयारी के लिए मथुरा रोड पर बड़े स्तर पर काम किया गया था। भारत मंडपम जिस स्थान पर स्थित है वहां जाने के लिए गेट नंबर चार-पांच से मुख्यत आवागमन होता है। यह रास्ता राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रियों सहित अन्य वीवीआइपी को कन्वेंशन सेंटर तक ले जाता है। इसके ठीक सामने दूसरी ओर सड़क खोदी गई है।

By V K Shukla Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 17 Jul 2024 08:16 AM (IST)
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मथुरा रोड भारत मंडपम के सामने वर्षा के पानी निकासी के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य चल रहा है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत मंडपम दुनिया भर के सामने भारत की ओर से भव्यता बिखेरता है, लेकिन लापरवाही और उदासीनता के कारण इस भारत मंडपम के आसपास का इलाका 10 माह में बदहाल हो गया है।

अब हालत यह है कि जब आगामी 21 जुलाई से इसी प्रतिष्ठित इमारत में विश्व धरोहर समिति की बैठक में दुनिया के तमाम देशों के प्रतिनिधि सम्मिलित होने आ रहे हैं तो अब इसके सामने वाले प्रमुख मार्ग मथुरा रोड जगह-जगह खुदी पड़ी है, कहीं बरसाती पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है, तो कहीं हरियाली विकसित करने के लिए मिट्टी डाली गई है।

चार दिन बाद होनी है धरोहर समिति की बैठक

यहां बरसाती पानी की निकासी के लिए पानी की पाइप लाइन डाली जा रही है। इससे पूरी सड़क खुदी पड़ी है। जबकि अब धरोहर समिति की बैठक के लिए केवल चार दिन बचे हैं। सिर पर आ चुके आयोजन को लेकर अब यहां रात दिन काम हो रहा है।

फुटपाथ पर हैं कई अव्यवस्थाएं

भूमिगत पाइप लाइन डालने का काम चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन से भारत मंडपम की ओर आने वाले गेट नंबर 6 तक सड़क का खंड खोद दिया गया है और इसके फुटपाथ पर कई अव्यवस्थाएं हैं।

यह तब है, जब शहर भारत मंडपम में विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के लिए 197 देशों के प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने वालों को हुमायूं का मकबरा देखने जाने के लिए और भारत मंडपम जाने के लिए भी यही मथुरा रोड प्रमुख मार्ग है।

सुप्रीम कोर्ट के नए भवन के सामने के क्षेत्र में भी हरित स्थान बनाने के लिए इसी तरह खोदाई की गई है। कुल मिलाकर देखा जाए तो ऐसा लगता है कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नवीनीकरण के दौरान इस हिस्से को चमकदार, रोशनीयुक्त और सजी-धजी सड़क बनाने में जो पैसा खर्च किया गया, उसमें विभिन्न कारकों पर ध्यान नहीं दिया गया, जो भविष्य की योजना में कमियों की ओर इशारा करते हैं।

सुरंग में लगातार होता रहा पानी का रिसाव

यहां की सुरंग में लगातार पानी का रिसाव होता रहा है जो अब कुछ कम हुआ है मगर पूरी तरह बंद अभी भी नहीं है। सड़क की हरियाली को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप मानने के कुछ ही महीनों बाद सड़क के डिवाइडर को तोड़ना पड़ा और उस पर गड्ढा खोदने पड़े हैं।

पहले यहां पक्का सेंट्रलवर्ज बनाया था उस पर पैसा खर्च किया गया और अब इसे तोड़कर इसमें गड्ढे कर 10 फीट ऊंचाई वाले पेड़ लगाए जा रहे हैं। यह सब बातें यहां की अव्यवस्था की ओर इशारा करती हैं।

आश्रम से भैरों रोड टी-प्वाइंट के बीच रोड का होगा अपग्रेडेशन

आने वाले समय में रिंग रोड के आश्रम से भैरों रोड टी-प्वाइंट तक लगभग साढ़े चार किलोमीटर लंबे भाग की दशा बेहतर हो सकेगी। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री आतिशी ने रिंग रोड पर आश्रम से भैरों रोड टी-प्वाइंट तक की सड़क के अपग्रेडेशन और सुदृढ़ीकरण को मंज़ूरी दे दी है।

ये सड़क रिंग रोड का महत्वपूर्ण भाग है और रोजाना लाखों यात्री यहां से गुजरते हैं। बता दें कि भारी यातायात के कारण सड़क की ऊपरी सतह पर कई जगह दरारें आ गई हैं। ऐसे में पीडब्ल्यूडी ने विशेषज्ञों की सहायता से सड़क का निरीक्षण किया है और इसे बनाने का फैसला लिया गया।