Delhi Book Fair 2021: इस बार भी वर्चुअल प्लेटफार्म पर ही होगा दिल्ली पुस्तक मेला
Delhi Book Fair 2021 भारतीय प्रकाशक संघ और भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन के बीच प्रगति मैदान में पुस्तक मेले के ऑफलाइन आयोजन को लेकर भी चर्चा हुई लेकिन कोरोना की संभावित तीसरी लहर से अनुमति मिलने की उम्मीद कम होने से इसके वर्चुअल संस्करण पर ही मुहर लगाई गई है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। सालाना साहित्यिक आयोजन दिल्ली पुस्तक मेला इस बार भी वर्चुअल ही होगा। मेला सितंबर माह के पहले हफ्ते में होगा और तीन दिन का रहेगा। हालांकि भारतीय प्रकाशक संघ (एफआइपी) और भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) के बीच प्रगति मैदान में पुस्तक मेले के आफलाइन आयोजन को लेकर भी चर्चा हुई, लेकिन कोरोना की संभावित तीसरी लहर के कारण इसकी अनुमति मिलने की उम्मीद कम होने के कारण इसके वर्चुअल संस्करण पर ही मुहर लगा दी गई है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुस्तक मेले का आयोजन तीन से पांच सितंबर के दौरान होगा। मेले की थीम कोरोना काल में शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य रखी गई है। मेले के लिए 25 स्टालों की बुकिंग भी हो गई है, जिनमें भारतीय ज्ञानपीठ सहित कई प्रतिष्ठित संस्थान भी शामिल हैं। मेले में पाठकों का प्रवेश निशुल्क रहेगा।
खास बात यह कि इस बार इस मेले में नवोदित लेखकों के लिए अपनी पांडुलिपि प्रदर्शित करने के लिए भी अलग से एक कॉर्नर बनाया जा रहा है, ताकि लेखक और प्रकाशक का आपस में संवाद स्थापित हो सके।पिछले साल जब पहली बार यह मेला वर्चुअल हुआ तो दो दिन का रखा गया था और इसमें करीब दो लाख लोगों की हिस्सेदारी रही थी। इसीलिए इस बार इसे तीन दिन का कर दिया गया है। मेले में थीम के अनुरूप ही थीम मंडप भी रहेगा, जहां न केवल कोरोना काल के दौरान की स्थितियों पर विभिन्न पुस्तकें प्रदर्शित होंगी बल्कि कुछ वेबिनार भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा लेखकों और पाठकों के बीच चर्चा एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह भी आनलाइन ही आयोजित होंगे।
नवीन गुप्ता (अध्यक्ष, दिल्ली पुस्तक मेला आयोजन समिति, एफआइपी) के मुताबिक, कोरोना प्रोटोकाल का पालन भी जरूरी है और सालाना मेले का आयोजन भी अनिवार्य है। इसीलिए इस बार फिर वर्चुअल प्लेटफार्म ही चुना गया है। पिछले साल के सफल आयोजन और पूर्णतया सुरक्षित होने के चलते पाठकों एवं प्रकाशकों का सहयोग भी उत्साहजनक देखने को मिल रहा है। पिछले साल की तुलना में कुछ और नई विशेषताएं जोड़ने की दिशा में भी काम चल रहा है।