दिल्ली से सस्ती शराब खरीदने वाले सावधान, बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट; नोएडा में 700 से ज्यादा लोगों पर हुआ एक्शन
दीपावली के त्योहार पर शराब की कालाबाजारी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने दिल्ली की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। दरअसल दिल्ली में इससे सटे इलाके यूपी के नोएडा और गाजियाबाद से सस्ती शराब मिलती है। इसके चलते सीमा से सटे इलाके के लोग दिल्ली शराब खरीदने पहुंचते हैं। वहीं नोएडा में खुले में शराब पीते पाए जाने पर 700 से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई हुई है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दीपावली पर शराब की कालाबाजारी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने दिल्ली की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। दरअसल दिल्ली में सस्ती शराब मिलने की वजह से इससे सटे इलाके नोएडा और गाजियाबाद से लोग राजधानी की सीमा पर स्थित वाइन शॉप पर शराब खरीदने पहुंचते हैं। इस पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने तैयारी कर ली है।
सीमाओं पर पुलिस अलर्ट
दूसरे राज्यों से आने वाली शराब को देखते हुए दिल्ली की सीमाओं पर नजर रखी जा रही है। वहीं लाइसेंस वाले होटलों व रेस्टोरेंट में भी नियमों का पालन कराने के लिए भी विभाग सतर्क है। सभी से निर्धारित समय तक ही शराब के सेवन की अनुमति को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली शहर दो राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा से चारों ओर से घिरा है। दिल्ली में 48 प्रमुख सड़कों से वाहन दोनों राज्यों के लिए आवागमन करते हैं। मगर इसके अलावा भी कई ऐसे रास्ते हैं जहां से लोग एक दूसरे राज्यों में आते जाते हैं।
आबकारी विभाग की 20 से ज्यादा टीमें एक्टिव
एक अनुमान के अनुसार दिल्ली में इन दोनों राज्यों से प्रतिदिन पांच लाख से अधिक लोग दिल्ली से एनसीआर के लिए आवागमन करते हैं। अभी तक ऐसा कोई सिस्टम नहीं है कि दिल्ली में आने वाला और दिल्ली से दूसरे राज्यों में जाने वाले प्रत्येक वाहन की जांच की जा सके। सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग की 20 से अधिक मजबूत टीमें प्रतिदिन सक्रिय हैं। दीपावली पर दिल्ली की सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी गई है।
खासकर हरियाणा पर अधिक नजर रखी जा रही है। सस्ती होने के कारण हरियाणा से दिल्ली में शराब आने की आशंका अधिक है। आबकारी विभाग के सामने शराब की तस्करी रोकने की चुनौती इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि दिल्ली में देसी शराब का लाइसेंस समाप्त हो गया है।
दो बार -बार तीन तीन माह के लिए बढ़ाए जाने के बाद इसकी समय अवधि 30 सितंबर को समाप्त हो गई है। इसके लिए नए टेंडर की प्रक्रिया शुरू होने में एक से डेढ़ माह लग सकता है।ऐसे में देसी शराब की कालाबाजारी की सिरदर्दी भी विभाग के लिए बनी हुई है।
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