Delhi News: बुराड़ी में यमुना नदी किनारे मृत अवस्था में मिली हजारों मछलियां, दुर्गंध से ग्रामीण परेशान
दिल्ली के बुराड़ी में यमुना नदी किनारे हजारों मछलियां मृत अवस्था में मिली हैं। जीव शोधकर्ता वैज्ञानिक डॉक्टर फैयाज खुदसर का कहना कि यमुना नदी में मानसून से पहले अक्सर पानी का स्तर कम होता है। आसमान में घने बादल होते हैं जिसके चलते पानी का अंदर डी-जाल ऑक्सीजन लेवल घट जाता है जो की जलजीव के लिए बड़ी मुसीबत बनता है।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बुराड़ी में यमुना किनारे बड़ी संख्या में मृत अवस्था में मछलियों के मिलने से हड़कंप मच गया। मछलियों के शव से निकलने वाली दुर्गंध से ग्रामीण परेशान हैं। इतनी संख्या में मछलियों के मरने के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्रियों के कैमिकल युक्त पानी के कारण मछलियों की मौत हुई है।
बुराड़ी में यमुना घाट नंबर चार के पास पिछले तीन से दिन से बड़ी संख्या में मृत अवस्था में मछलियां पहुंच रही हैं। किसान रामकिशन ने बताया कि यमुना में जहां-जहां जल खुंबी और रूकावट है, वहां बड़ी संख्या में मछलियों के शव अटक हैं। इस कारण पूरे क्षेत्र में बदबू फैल चुकी है, लोगों का रहना मुश्किल हो गया है।
क्यों हुई मछलियों की मौत?
एक किसान ने बताया कि दुर्गंध के कारण श्रमिकों ने खेत में काम करने से इनकार कर दिया है। मछलियों की मौत केमिकल के पानी से हुई है। साल में दो-तीन बार ऐसा होता है।यमुना नदी के अंदर किस तरीके का केमिकल डाला गया है या नहीं, यह जांच और शोध का विषय है। अक्सर वर्षा से पहले यह तस्वीर यमुना नदी में जरूर देखने को मिलती हैं। मछलियोंका मरना, चिंता का विषय बना हुआ है।
- डॉ. फैयाज खुदसर वरिष्ठ विज्ञानी, बायोडायवर्सिटी पार्क
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