CBI अधिकारी बनकर ठगी करनेवाले गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, NDMC में कार्यरत कर्मचारी की पत्नी को लगाया चूना
आरोपितों ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में कार्यरत एक कर्मचारी की पत्नी से ठगी की थी। आरोपितों की पहचान बिहार के सिवान निवासी गुड्डू कुमार शर्मा (29 वर्ष) पप्पू कुमार (22 वर्ष) और बिहार के गोपालगंज निवासी राजू राय (29 वर्ष) के रूप में हुई है। सभी आरोपी सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी की घटना को अंजाम देते थे।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। सीबीआई अधिकारी बताकर ठगी करने वाले गैंग के तीन आरोपितों को उत्तर-पूर्वी जिला साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में कार्यरत एक कर्मचारी की पत्नी से ठगी की थी। आरोपितों की पहचान बिहार के सिवान निवासी गुड्डू कुमार शर्मा (29 वर्ष), पप्पू कुमार (22 वर्ष) और बिहार के गोपालगंज निवासी राजू राय (29 वर्ष) के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपितों के पास से 15 मोबाइल, 14 सिम कार्ड और 15 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। जांच में पता चला कि आरोपित राजू राय आठवीं कक्षा तक पढ़ा है। वह वेटर का काम करता था। वहीं आरोपित गुड्डू वाणिज्य से स्नातक है। वह एक आनलाइन बैंक व वलेट कंपनी में कार्यरत था, इसलिए उसे बैंकिंग संबंधी सारी कार्यप्रणाली पता थी। वह फर्जी आइडी पर खाते खोलकर अपने सहयोगी पप्पू की मदद से ठगी की रकम को ठिकाने लगाता था।
21 मई को पीड़िता ने दर्ज कराई थी शिकायत
उत्तरी पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त जाय टिर्की ने बताया कि बीते 21 मई को अमर कॉलोनी निवासी व एनडीएमसी कर्मचारी राम दास ने साइबर थाने में ठगी की शिकायत दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी के पास किसी ने अनजान नंबर से फोन किया और खुद को सीबीआइ अधिकारी बताया। फोन करने वाले व्यक्ति ने उनके पति के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की बात कही।
दो लाख रुपये का ऑनलाइन भुगतान करने को कहा
यदि पीड़िता दो लाख रुपए का ऑनलाइन भुगतान कर दें तो आरोपित उनके पति को छोड़ देंगे। अन्यथा ऐसा नहीं करने पर दुष्कर्म की जानकारी अखबारों में प्रकाशित करा देंगे। साथ ही रिश्तेदारों और दोस्तों के बीच उनकी छवि खराब करने की भी धमकी दी। पति को बचाने के लिए महिला ने दिए गए दो अकाउंट नंबर में दो लाख रुपए डाल दिए। आरोपितों ने पत्नी को डराकर करीब छह घंटे तक फोन पर बंधक बनाए रखा।
बिहार के ठिकानों पर छापेमारी कर आरोपियों को किया गिरफ्तार
इसके बाद पीड़िता से डेढ़ लाख रुपए अधिक की मांग की। इसी बीच पीड़िता के पति ऑफिस से घर पहुंचे तो महिला को खुद के साथ धोखाधड़ी का अहसास हुआ। शिकायत पर प्राथमिकी कर पुलिस ने जांच शुरू की। तकनीकी टीम की मदद से फोन की लोकेशन बिहार में मिली। इसके बाद बिहार स्थित आरोपितों के ठिकाने पर छापेमारी कर उन्हें बिहार से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
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