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Delhi: चांदनी चौक समेत तीन मेट्रो स्टेशन एमएमआई रूप में होंगे विकसित, अतिक्रमण और जाम की समस्या होगी दूर

चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ती है। घनी आबादी और मार्केट के नजदीक स्थित स्थित इस चांदनी चौक स्टेशन के पास अतिक्रमण बड़ी समस्या है। स्टेशन के पास ही आटो ई-रिक्शा और निजी वाहन खड़े रहते हैं। इसके अलावा रेहड़ियां-पटरियां भी लगी रहती हैं। इससे यात्रियों को स्टेशन पर पहुंचने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Wed, 20 Sep 2023 05:50 AM (IST)
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चांदनी चौक समेत तीन मेट्रो स्टेशन एमएमआई रूप में होंगे विकसित (file photo)

राज्य ब्यूरो, नई दिल्लीः दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) चांदनी चौक, इंद्रलोक और लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन को मल्टी माडल इंटिग्रेशन (एमएमआइ) के रूप में विकसित करेगा। इसके लिए डीएमआरसी ने टेंडर प्रक्रिया शुरू की है।

टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद लगभग 12.50 करोड़ रुपये की लागत से ये तीनों स्टेशन नौ माह में एमएमआइ के रूप में विकसित किए जाएंगे। उम्मीद है कि अगले वर्ष अगस्त तक यह काम पूरा हो जाएगा। इससे इन तीनों स्टेशनों के पास अतिक्रमण और जाम की समस्या दूर होगी और ये स्टेशन भी छतरपुर, कश्मीरी गेट, शालीमार बाग जैसे स्टेशनों की तरह खूबसूरत और आकर्षक दिखेंगे।

चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ती है। घनी आबादी और मार्केट के नजदीक स्थित स्थित इस चांदनी चौक स्टेशन के पास अतिक्रमण बड़ी समस्या है। स्टेशन के पास ही आटो, ई-रिक्शा और निजी वाहन खड़े रहते हैं। इसके अलावा रेहड़ियां-पटरियां भी लगी रहती हैं।

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इससे यात्रियों को स्टेशन पर पहुंचने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लक्ष्मी नगर और इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन की भी यही स्थिति है। इसके मद्देनजर डीएमआरसी ने इन स्टेशनों को एमएमआइ के रूप में विकसित करने का फैसला किया गया है।

ये है योजना

योजना के तहत इन तीनों स्टेशनों के पास यात्रियों के लिए फुटपाथ, आटो, ई-रिक्शा, साइकिल व अन्य वाहनों के लिए अलग-अलग लेन और पार्किंग की सुविधा होगी। इसलिए वाहन अपने निर्धारित जगह पर ही खड़े होंगे। बस स्टैंड भी अलग लेन में होगा।

इसके अलावा मेट्रो स्टेशन पर ड्राप आफ प्वाइंट होगा, जहां कैब से यात्री उतरकर स्टेशन पहुंच सकेंगे। स्टेशन के पास बाकायदा दिशासूचक बोर्ड भी लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को आवागमन में आसानी होगी और स्टेशन से गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्रियों को निर्धारित जगह से आटो, ई-रिक्शा इत्यादि की सुविधा भी मिल सकेगी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो के कुल 256 स्टेशन हैं। इसमें से अब तक 69 स्टेशनों पर एमएमआइ की सुविधा हो चुकी है।