दिल्ली आने-जाने वालों को बड़ी राहत, 3 रास्ते और खुले; किसान आंदोलन के चलते सील हुए थे बॉर्डर
Delhi Border पहले दिल्ली आने-जाने वाले सभी रास्ते बंद होने से उद्याेगपति कुंडली और राई औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी फैक्ट्रियों में नहीं आ जा पा रहे थे। हालांकि अब दिल्ली से आवागन के लिए तीन लिंक रोड खोल दिए गए हैं। वहीं कुंडली बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों और अर्ध सैनिक बलों के जवानों को शिफ्टों में आराम दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत/नई दिल्ली। किसानों के दिल्ली कूच को लेकर सोनीपत की दिल्ली से लगती सभी सीमाएं सील होने से लोगों को भारी परेशानी हो रही थी, लेकिन अब दिल्ली से आवागन के लिए तीन लिंक रोड खोल दिए गए हैं। इससे उद्योगपतियों और कारोबारियों को राहत मिली है, क्योंकि पहले सभी रास्ते बंद होने से उद्याेगपति कुंडली और राई औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी फैक्ट्रियों में नहीं आ जा पा रहे थे।
वहीं कुंडली बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों और अर्ध सैनिक बलों के जवानों को शिफ्टों में आराम दिया जा रहा है। एक टुकड़ी मुस्तैद रहती है तो दूसरी को बॉर्डर पर ही सुस्ताने के लिए कहा जाता है। जवान सड़क पर बैठकर ही ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर तक करते हैं। कई जवान या अधिकारी अपनी गाड़ियों में बैठकर खाना खाते हैं। खाना खाने के बाद जवान खुद ही बर्तन साफ करते हैं। होटलों और ढाबों से खुला या पैक्ड खाना उन्हें सर्व किया जाता है।
यह लिंक रोड आज खुले
- कुंडली-प्याऊमनियारी से नरेला और सिंघु गांव होते हुए दिल्ली
- नाहरा-नाहरी से गुजर रही डबल नहरों के बीच के रोड से होते हुए बवाना से दिल्ली
रविवार को यह मार्ग खोले गए थे
- बीसवां मील, अकबरपुर बारोटा, सफियाबाद होते नरेला
- नाहरा-नाहरी से लामपुर बार्डर होते हुए नरेला आ जा सकते हैं
- एनएच-44 पर कुंडली थाने के सामने से गांव दहिसरा होते हुए दिल्ली
किसानों को रोकने के लिए इंतजाम पूरे
कुंडली बॉर्डर पर किसानों का दिल्ली कूच रोकने के लिए सात लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सड़क पर पहले बैरिकेडिंग, फिर कंक्रीट की दीवार, फिर लोहे के बैरिकेड, फिर कंटीले तारों की बाड़, फिर कंडम वाहनों और कंटेनरों के गतिरोध बनाए गए हैं। इसके बाद सड़क पर ही जवानों और अधिकारियों के लिए टेंट लगाए गए हैं।बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के तीन हजार से अधिक जवान और अर्ध सैनिक बलों की दो कंपनियां तैनात की गई है। इनमें एक महिला जवानों की टुकड़ी भी शामिल है। पैरा मिलिट्री और पुलिस जवान पूरी मुस्तैदी से तैनात है। अब इन्हें शिफ्टों में तैनात किया जा रहा है और शिफ्टों में ही आराम दिया जा रहा है। एक टुकड़ी तैनात रहती है तो दूसरी वहीं सड़क पर आराम करती है।
सड़क पर ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर
पैरा मिलिट्री और पुलिस के जवान सड़क पर ही ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर कर रहे हैं। होटलों और ढाबों से बड़े बर्तनों में या पैक्ड फूड इन्हें सर्व किया जा रहा है।प्रियंका गांधी को इलाज के बाद अस्पताल से मिली छुट्टी, जानिए कांग्रेस महासचिव को क्या थी तकलीफ'मैंने दिल्ली एयरपोर्ट के ग्राउंड पर बम लगा दिया है', रात को थाने में पहुंचा 20 वर्षीय युवक का कॉल
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