Delhi Heat Wave: भीषण लू का दिल्ली में बरपा कहर, दो महिलाओं सहित तीन की मौत; 19 मरीज पहुंचे अस्पताल
राजधानी में भीषण लू कहर बरपा रही है और यह लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है। भीषण लू की चपेट में आने से दिल्ली में दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें से दो मरीजों की मौत सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार को हुई। इसके अलावा आरएमएल अस्पताल में सोमवार को एक महिला की मौत हो गई।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी में भीषण लू कहर बरपा रही है और यह लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है। भीषण लू की चपेट में आने से दिल्ली में दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें से दो मरीजों की मौत सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार को हुई। इसके अलावा आरएमएल अस्पताल में सोमवार को एक महिला की मौत हो गई।
इस वजह से दिल्ली में भीषण लू से अब तक सात मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं अलग-अलग दो अस्पतालों में दो दिन में भीषण लू की चपेट में आए 19 मरीज भर्ती कराए गए हैं। जिसमें से 11 मरीज मंगलवार को बेहोशी व तेज बुखार के साथ अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। इनमें से छह मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
डॉक्टर बताते हैं कि अस्पतालों में लू लगने के गंभीर मरीज अधिक आ रहे हैं। लोकनायक अस्पताल में भीषण लू से पीड़ित पांच मरीजों को बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया है। जिसमें से दो मरीज आईसीयू में वेंटिलेटर पर हैं।
कितनी उम्र के हैं भर्ती हुए मरीज
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि अस्पताल में भर्ती किए गए तीन मरीज 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग हैं। दो मरीजों की उम्र 30-40 वर्ष के बीच है। इन पांचों मरीजों को तेज बुखार व डिहाइड्रेशन था। इस वजह से पांचों मरीज बेहोशी की स्थिति में अस्पताल में लाए गए थे। तीन मरीजों की हालत स्थिर है लेकिन दो मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
बाहर काम करने वाले व बुजुर्ग अधिक हो रहे लू के शिकार
आरएमएल अस्पताल में सोमवार को भीषण लू से पीड़ित आठ व मंगलवार को छह मरीज भर्ती किए गए। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि लू से दो तरह के मरीज भर्ती हो रहे हैं। एक 30 से 55 वर्ष की उम्र के कामकाजी लोग जो बाहर खुले में काम करते हैं। इसमें सुरक्षा गार्ड व रेहड़ी पटरी पर काम करने वाले लोग शामिल हैं, जो अपने शरीर के हाइड्रेशन का ध्यान नहीं रखते। ऐसे मरीज रात 11 बजे तक अस्पताल में बेहोशी व तेज बुखार के साथ लाए जाते हैं। दूसरा बुजुर्ग मरीज भी अधिक संख्या में लू से पीड़ित हो रहे हैं।शाम को होते हैं ठीक लेकिन सुबह घर में मिलते हैं बेहोश
आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि दो दिन में ज्यादातर बुजुर्ग ऐसे भर्ती कराए गए जो शाम को ठीक थे। रात में सोने के बाद सुबह कमरे में बेहोश व तेज बुखार से तपते मिले। इनमें से ज्यादातर ऊपरी तल के कमरों में रहने वाले बुजुर्ग हैं। कमरे में कूलर नहीं होने से पंखे की गर्म हवा से भी लू लग सकती है।
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