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Delhi: तिहाड़ के बॉडी बिल्डर जेलर से 51 लाख रुपये की ठगी, महिला ने पति के साथ मिलकर की धोखाधड़ी

एक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर तिहाड़ के बॉडी बिल्डर जेलर दीपक शर्मा को 51 लाख रुपये की धोखाधड़ी का शिकार बनाया है। दीपक शर्मा अपने परिवार के साथ वेस्ट विनोद नगर में रहते हैं। वह तिहाड़ में सहायक अधीक्षक के पद पर हैं। महिला ने उन्हें हेल्थ सप्लीमेंट में निवेश करने पर मुनाफा होने व सप्लीमेंट का ब्रांड एंबेसडर बनाने का झांसा दिया था।

By SHUZAUDDIN SHUZAUDDINEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Tue, 29 Aug 2023 01:35 PM (IST)
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Delhi: तिहाड़ के बॉडी बिल्डर जेलर से 51 लाख रुपये की ठगी
पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता। तिहाड़ के बॉडी बिल्डर जेलर से 51 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। एक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर हेल्थ सप्लीमेंट में निवेश करने पर मुनाफा होने व सप्लीमेंट का ब्रांड एंबेसडर बनाने का झांसा देकर 51 लाख रुपये का जेलर को चुना लगा दिया।

ठगी के बाद से महिला और उसका पति फरार

जेलर दीपक शर्मा की शिकायत पर मधु विहार थाना पुलिस ने ठगी समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी की है। ठगी के बाद से महिला और उसका पति फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।

टीवी कार्यक्रम के दौरान हुई थी मुलाकात

दीपक शर्मा अपने परिवार के साथ वेस्ट विनोद नगर में रहते हैं। वह तिहाड़ में सहायक अधीक्षक के पद पर हैं। तिहाड़ में नौकरी के साथ ही वह बॉडी बिल्डिंग भी करते हैं और टीवी पर आने वाले रियलिटी शो में अक्सर भाग लेते हैं। उन्होंने गत वर्ष एक टीवी कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, उसी कार्यक्रम में रौनक गुलिया नाम की एक महिला ने भी भाग लिया था।

महिला ने खुद को बताया था कंपनी का निदेशक

पुलिस को दी गई शिकायत में जेलर ने बताया कि उसके पति अंकित गुलिया का हेल्थ सप्लीमेंट का बड़ा कारोबार है। कार्यक्रम खत्म होने के बाद महिला ने फोन से जेलर से बातचीत जारी रखी। मई 2022 में अंकित गुलिया ने सप्लीमेंट लांच के लिए एक कार्यक्रम किया, जिसमें जेलर भी शामिल हुए थे। आरोपित महिला ने खुद को उस कंपनी का निदेशक बताया।

इस साल के शुरुआत में महिला और उसके पति ने पीड़ित को एक प्रस्ताव दिया कि सप्लीमेंट का कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है। इसमें काफी मुनाफा है। अगर वह उनके कारोबार में निवेश करते हैं तो वह 15 प्रतिशत मुनाफा देंगे।

उल्लेखनीय है कि गत फरवरी में पीड़ित ने 51 लाख रुपये निवेश कर दिए, जिसमें से आठ लाख रुपये आरोपित दंपती उनसे लेने के लिए यमुना विहार आए थे। मुनाफे की रकम न मिलने पर जब जेलर ने आरोपितों से संपर्क किया तो वह बहाने बनाने लगे। पीड़ित ने जांच की तो पता चला उनके साथ ठगी हुई है।

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