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Delhi: 25 करोड़ रुपये की लागत से 15 माह में तिहाड़ झील का होगा कायाकल्प

तिहाड़ झील को एक साल के दौरान विकसित कर लिया जाएगा। इसके बाद यह झील भूजल रिचार्ज में मददगार होगी। इसके अलावा पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ के बादशाहपुर ड्रेन व तिमारपुर के पास 100 जलाशयों का विकास किया जाएगा।

By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 05 Feb 2021 11:07 AM (IST)
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दो एमजीडी अतिरिक्त पानी आपूर्ति हो सकेगी।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली के जल मंत्री सत्येंद्र जैन की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को जल बोर्ड की बैठक हुई। जिसमें पेयजल आपूर्ति बढ़ाने व जलाशयों के विकास की कई नई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। इसके तहत 25 करोड़ की लागत से तिहाड़ झील का कायाकल्प होगा। इस झील को एक साल में विकसित कर लिया जाएगा। इससे यह झील भूजल रिचार्ज में मददगार होगा। इसके अलावा नजफगढ़ के बादशाहपुर ड्रेन व तिमारपुर के पास 100 जलाशयों का विकास किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड की बैठक में सलाहकार नियुक्त करने को मंजूरी दी गई। सलाहकार कंपनी योजना का प्रारूप तैयार कर जल बोर्ड को सैंपेगी। वहीं जल बोर्ड ने पल्ला सहित दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 200 ट्यूबवेल लगाने का फैसला किया है। इससे करीब 30 एमजीडी पानी की आपूर्ति बढ़ जाएगी। इसके तहत द्वारका के नजदीक स्थिति पोचनपुर गांव में 16, घुमनहेड़ा में छह व ककरौला में चार ट्यूबवेल लगाने की स्वीकृति दी है। इस पूरी योजना पर करीब तीन करोड़ खर्च आएगा। इसे तीन माह में पूरा करने का फैसला किया गया है। बैठक में जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा भी मौजूद थे। इस बैठक में दिल्ली में गिरते भूजल स्तर पर चिंता जाहिर की गई। लिहाजा, जल बोर्ड ने भूजल स्तर में सुधार के लिए भूजल विशेषज्ञों को नियुक्त करने का फैसला किया है। बवाना जल जल शोधन संयंत्र में पानी के दौरान के दौरान निकलने वाले बेकार पानी के दोबारा शोधन के लिए संयंत्र लगाया जाएगा। जिससे दो एमजीडी अतिरिक्त पानी आपूर्ति हो सकेगी।

बंद पड़े 5500 ट्यूबवेल को चालू करने का निर्देश

जल बोर्ड के 10 हजार ट्यूबवेल हैं। जिसमें से 4500 चालू हालत में हैं। जबकि 5500 ट्यूबवेल बंद हैं। बैठक में जल बोर्ड को इन सभी ट्यूबवेल को जल्द चालू करने का निर्देश दिया गया। ताकि पेयजल आपूर्ति बढ़ सके।सीवर कनेक्शन से जुड़ेंगी 50 कॉलोनियां जल बोर्ड 50 कॉलोनियों में सीवर का कनेक्शन देन के लिए अधिसूचना जारी है। बोर्ड की बैठक में उस अधिसूचना को मंजूरी दे दी गई। इन कॉलोनियों में सीवर लाइन बिछाने का काम हो चुका है। इन कॉलोनियों के लोगों को मुख्यमंत्री मुफ्त सीवर कनेक्शन योजना के तहत निशुल्क कनेक्शन दिया जाएगा। तिहाड़ झील का विकास होने पर उसमें सीवरेज शोधन संयंत्र से उपचारित पानी का संग्रहण होगा। इससे सीवरेज प्रबंधन भी बेहतर हो सकेगा। साथ ही यह झील पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी होगा।

यमुना में कम होगा प्रदूषण

नजफगढ़ नाला व तिमारपुर नाले के पास 100 जलाशयों का विकास होगा। इन जलाशयों में नालों का शोधित पानी एकत्रित किया जाएगा। इस परियोनजा के तहत हरियाणाा से आने वाले 100 एमजीडी सीवरेज युक्त गंदा पानी और नजफगढ़ व तिमारपुर नाले के मुहाने पर 150 एमजीडी सीवरेज के पानी को शोधित किया जाएगा। इससे यमुना में प्रदूषण के स्तर में सुधार होगा।

शाहीन बाग में बिछाई जाएगी पानी की पाइप लाइन

जल बोर्ड ओखला क्षेत्र के अबुल फजल एंक्लेव व शाहीन बाग में पानी की पाइप लाइन बिछाएगा। फिलहाल इस इलाके में पाइप लाइन नहीं होने से अवैध तरीके से बोतल बंद पानी के प्लांट चल रहे हैं। पाइप लाइन बिछले से इस इलाके में पेयजल आपूर्ति बेहतर हो पाएगी। 

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