ToolKit Case: पाकिस्तान की ISI से जुड़ रहे लालकिला उपद्रव के तार, दो खालिस्तानियों की भूमिका आ रही सामने
26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुए उपद्रव में नित नए खुलासे हो रहे हैं और नए-नए लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। नए खुलासे के तहत अब दो खालिस्तानियों पीटर फ्रेडरिक और भजन सिंह भिंडर उर्फ इकबाल चौधरी के नाम भी इससे जुड़े हैं।
नई दिल्ली [विनय तिवारी]। 26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुए उपद्रव में नित नए खुलासे हो रहे हैं और नए-नए लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। नए खुलासे के तहत अब दो खालिस्तानियों पीटर फ्रेडरिक और भजन सिंह भिंडर उर्फ इकबाल चौधरी के नाम भी इससे जुड़े हैं। इनके संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से भी हैं। ऐसे में पुलिस अब इस बात को भी केंद्र में रखकर जांच की ओर आगे बढ़ रही है कि कहीं पाक से तो इस पूरे उपद्रव की रणनीति नहीं बनाई गई।
भजन सिंह को साल 2006 से तलाश रही पुलिस
इन दोनों में से एक को तो खुफिया एजेंसियां साल 2006 से तलाश कर रही हैं मगर अब तक गिरफ्त में नहीं आया है। एक दूसरा नाम भजन सिंह भिंडर उर्फ इकबाल चौधरी का भी है, इकबाल चौधरी का नाम साल 1980 में अशांति फैलाने में पहले ही सामने आ चुका है। बताया जाता है कि भजन सिंह मूलरूप से मलेशिया का रहने वाला है और अमेरिका से अशांति फैलाने का काम करता है। पीटर फ्रेडरिक का लिंक पाकिस्तान तक जाता है। भजन सिंह भिंडर का एक दूसरा सहयोगी लाल सिंह आइएसआइ(ISI) के सहयोग से भारत में कई बार शांति भंग करने वाली गतिविधियों को अंजाम दे चुका है।
रिसोर्स पर्सन है पीटर फ्रेडरिक
दरअसल टूलकिट मामले में रिसोर्स पर्सन के तौर पर पीटर फ्रेडरिक का नाम सामने आया, इसके सामने आने के बाद जांच एजेंसियों को जांच की एक नई दिशा मिली। पीटर अलग जांच का विषय है। स्पेशल सेल लाल किला उपद्रव के बाद से इस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस पीटर पर एक माह पहले से जांच कर ही रही थी, इसी दौरान उसका नाम टूलकिट में रिसोर्स पर्सन के तौर पर सामने आ गया। पीटर पर भारत के खिलाफ सोशल मीडिया के माध्यम छद्म युद्ध लड़ने का है।
देश के खिलाफ काम करते हैं भजन और पीटर
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अधिकारी ने बताया था कि टूलकिट मामले में जो नाम सामने आ रहे हैं उनको केंद्र में रखकर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। अब ये पता चला है कि भजन सिंह और पीटर मिलकर भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार पीटर फ्रेडरिक अभी भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा वार चला रहा है। इसके अलावा पीटर का नाम एक और संगठन सिख इन्फॉर्मेशन सेंटर से भी जुड़ा हुआ है। ये संगठन खालिस्तानी एजेंडा के लिए काम कर रहा है।
दिशा और उसके साथी देंगे जानकारी
दिल्ली पुलिस का कहना है पीटर का नाम इस टूलकिट में बतौर रिसोर्स पर्सन के तौर पर कैसे आया है इसकी जानकारी दिशा रवि और उसके साथी ही दे सकते हैं। फिलहाल दिशा रवि पुलिस की रिमांड पर हैं उनसे पूछताछ की जा रही है। पीटर और भजन सिंह का नाम सामने आने के बाद पुलिस इस मामले में अब पाकिस्तान और आइएसआइ को भी केंद्र में रखकर जांच कर रही है। इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं आंदोलन के लिए पाकिस्तान से तो फंडिंग नहीं की गई? फिलहाल जो भी हो, इन रहस्यों से पर्दा अगले कुछ दिनों में उठना तय है।
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