चिड़ियाघर में सुरक्षित नहीं हैं पर्यटक, सुरक्षा व्यवस्था में भारी खामियां
चिड़ियाघर में कुछ बाड़े तो ऐसे हैं जिनमे कोई भी आसानी से अंदर घुस सकता है, जिसमें दरियाई घोड़े का बाड़ा भी शामिल है।
नई दिल्ली [ललित कौशिक]। सर्दी का मौसम शुरू होते ही दिल्ली के चिड़ियाघर में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है, लेकिन चिड़ियाघर प्रशासन उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद लापरवाह नजर आ रहा है। आलम यह है कि कुछ एक बाड़ों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर बाड़ों के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं हैं, जिससे कोई भी बाड़े के अंदर आसानी से घुस सकता है। साथ ही कुछ जगह पर तो शरारती तत्व रेलिंग पर चढ़कर वन्य प्राणियों को देखने लगते हैं जो उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
हादसे से भी नहीं सीखा सबक
सितंबर 2014 में बाड़े में गिरने से सफेद बाघ के हमले से एक शख्स की मौत हुई थी, उसके बाद भी अब तक पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हर जगह सुरक्षा व्यवस्था में भारी खामियां देखने को मिल जाएंगी। खानापूर्ति के लिए बाड़ों के आसपास रेलिंग लगाई गई। लेकिन, रेलिंग की ऊंचाई इतनी कम है कि कोई भी आसानी से उस पर चढ़ सकता है। हालांकि इक्का-दुक्का जगह पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, लेकिन जब बाड़ों के बाहर पर्यटकों की भीड़ जुटती है तो वे नाकाफी साबित होते हैं। बता दें कि चिड़ियाघर में 66 बाड़े बने हुए हैं।
बाड़े में लगे सीसीटीवी कैमरे पर जमी धूल
विजय नाम के सफेद बाघ के बाड़े में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जो सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है उस पर धूल जमी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक काफी समय से यह कैमरा खराब पड़ा है और इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है। वहीं दूसरे बाड़ों पर कैमरे नहीं लगे हैं।
रेलिंग पर चढ़ जाते हैं शरारती तत्व
बाड़ों के बाहर लगी रेलिंग की ऊंचाई कम है इसलिए कोई भी उस पर आसानी से चढ़ सकता है। सुरक्षाकर्मी मौजूद न होने की स्थिति में बाड़ों के बाहर शरारती तत्व रेलिंग पर चढ़कर वन्य प्राणियों को देखने लगते हैं। साथ ही उन्हें परेशान करने की कोशिश भी करते हैं। ऐसे में किसी प्रकार की कोई घटना घट जाए तो कौन जवाबदेह होगा।
बाड़े के अंदर कोई भी जा सकता है
चिड़ियाघर में कुछ बाड़े तो ऐसे हैं जिनमे कोई भी आसानी से अंदर घुस सकता है, जिसमें दरियाई घोड़े का बाड़ा भी शामिल है। वहीं, जिस जगह भेड़िये का बाड़ा बना हुआ है, उस जगह भी कोई सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं रहता है। बाड़े के बगल में एक छोटा सा गेट बना हुआ है, जिस पर चढ़कर बाड़े के अंदर कोई भी जा सकता है।
चिड़ियाघर प्रशासन की तरफ से नहीं मिला कोई जवाब
चिड़ियाघर में पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निदेशक रेनु सिंह से बातचीत करने की कोशिश की तो उनके कार्यालय से उनके दिल्ली से बाहर होने की जानकारी मिली। उनके मोबाइल पर मैसेज भेजकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, दूसरे अधिकारी भी सुरक्षा में बरती जा रही लापरवाही के मामले पर जवाब देने से बचते नजर आए।
यह भी पढ़ें: चिड़ियाघर के जानवरों को अब नहीं सता पाएगी सर्दी, किए गए खास इंतजाम
यह भी पढ़ें: ...तो इस तरह एसडीएम दफ्तर पहुंचा सांप, लोगों की अटक गई सांस