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बवाना में फैक्ट्री की दीवार ढही, श्रमिक की मौत; मालिक पर लापरवाही का आरोप

बवाना सेक्टर-1 की एक फैक्ट्री में दीवार तोड़ते समय एक श्रमिक की मौत हो गई। जर्जर दीवार गिरने से श्रमिक दिनेश त्रिवेदी की मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद अन्य श्रमिक का आरोप है कि फैक्ट्री की दीवार जर्जर हालत में थी। इस मामले में पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

By shamse alam Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 30 Aug 2024 02:47 PM (IST)
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बवाना में फैक्ट्री की दीवार ढही, श्रमिक की मौत।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। डीएसआईआईडीसी बवाना सेक्टर-1 में फैक्ट्री की दीवार तोड़ते समय एक श्रमिक के ऊपर अचानक दीवार गिर गई। आनन-फानन में अन्य श्रमिकों ने घायल को मलबे से निकालकर पूठखुर्द स्थित महर्षी वाल्मीकि अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने घायल को मृत घोषित कर दिया।

घटनास्थल पर मौजूद अन्य श्रमिक का आरोप है कि फैक्ट्री की दीवार जर्जर हालत में थी। उन्होंने फैक्ट्री मालिक से सुरक्षा यंत्र मुहैया कराने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं कराया। इस मामले में पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

श्रमिक साधू राम ने पुलिस को दिए बयान

जिला रोहतक के हुमायूंपुर के रहने वाले श्रमिक साधू राम ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि बीते 27 अगस्त को सेक्टर-1 से एक फैक्ट्री की दीवार तोड़ने के लिए काम आया था। जहां पहुंचने पर फैक्ट्री मालिक साहिल ने बोला कि एक और श्रमिक लेकर आओ। पार्टीशन वाली दीवार तोड़नी है। तभी उन्होंने लेबर चौक सेक्टर-2 से श्रमिक दिनेश त्रिवेदी को लेकर आ गए।

अचानक दीवार टूटकर दिनेश के ऊपर आ गिरी

फैक्ट्री की हालत बहुत जर्जर थी। जिसको लेकर उन्होंने फैक्ट्री मालिक को अवगत कराते हुए, सुरक्षा यंत्र मुहैया कराने के लिए कहा। आरोप है कि मालिक ने चुपचाप काम करने के लिए कहा। जब दोपहर दो बजे दिनेश मशीन से दीवार तोड़ रहा था, तभी अचानक दीवार टूटकर दिनेश के ऊपर आ गिरी। जिससे दिनेश को गंभीर चोट आई। फैक्ट्री मालिक को इस हादसे की जानकारी दी। जिसके बाद साधू राम अपने साथी नरेश को बुलाकर घायल को पास के अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

दिनेश की जान मालिक के लापरवाही के कारण गई

साधू राम का आरोप है कि फैक्ट्री मालिक ने उन्हें धमकाया कि इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताना है। उस समय डर के मारे पुलिस को जानकारी नहीं दी थी। 28 अगस्त को वह स्वयं थाना पहुंच कर अपना बयान दर्ज कराया। दिनेश का कहना है कि अगर मालिक सुरक्षा यंत्र मुहैया करा देता, तो इस हादसे से बचा जा सकता है। दिनेश की जान मालिक के लापरवाही के कारण गई। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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