दिल्ली में आज से इन बसों को नहीं मिलेगी एंट्री, परिवहन विभाग की 18 टीमें प्रमुख प्रवेश मार्गों पर रहेंगी तैनात
एक नवंबर से बीएस-4 श्रेणी की डीजल बसों का दिल्ली में प्रवेश रोकने के लिए परिवहन विभाग की 18 टीमें तैनात रहेंगी। इस कार्रवाई में दूसरे राज्यों के लिए लंबी दूरी की टूरिस्ट बसों को छूट दी गई है। परिवहन विभाग ने रणनीति के तहत प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई के लिए 114 टीमें लगा दी हैं। ये टीमें रात दिन के हिसाब से लगाई गई हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। एक नवंबर से बीएस-4 श्रेणी की डीजल बसों का दिल्ली में प्रवेश रोकने के लिए परिवहन विभाग ने कमर कस ली है। इसके लिए आज से दिल्ली की सीमा पर 18 टीमें तैनात रहेंगी। ये टीमें रात दिन के हिसाब से तैनात होंगी।
इस कार्रवाई में टूरिस्ट बसों को दी गई छूट
ये वे प्रमुख मार्ग हैं जहां से दिल्ली में दूसरे राज्यों की बसें प्रवेश करती हैं। ये टीमें दिल्ली की सीमा पर आने वाली बसों की जांच करेंगी। इसके अलावा तीनों अंतर्राज्यीय बस अड्डों पर एक एक टीम हर समय मौजूद रहेगी। इस दौरान अगर कहीं भी बस मिलेगी तो उसे जब्त किया जाएगा। इस कार्रवाई में दूसरे राज्यों के लिए लंबी दूरी की टूरिस्ट बसों को छूट दी गई है।
प्रदूषण को रोकने के लिए लगाई गई 114 टीमें
बता दें कि दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए 114 टीमें लगाई गई हैं। इसमें भारी व्यावसायिक वाहनों की जांच के लिए 18 टीमों को लगाया गया था जो रात आठ बजे से सुबह चार बजे तक ओवरलोडिंग ट्रकों व भारी वाहनों की निगरानी के लिए दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में काम कर रही थीं।
दो शिफ्ट में लगाई गई टीमें
अब इन टीमों को प्रमुख रूप से बसों की निगरानी की जिम्मेदारी दे दी गई है। परिवहन विभाग ने रणनीति के तहत प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई के लिए 114 टीमें लगा दी हैं।
ये टीमें रात दिन के हिसाब से दो शिफ्ट में लगाई गई हैं। इनके माध्यम से प्रदूषण के हिसाब से बनाए गए 13 हॉटस्पॉट, दो अंतर्राज्यीय बस अड्डों, पेट्रोप पंपों तथा भीड़भाड़ वाले प्रमुख मार्गों को कवर किया गया है।
प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए जो प्रवर्तन टीमें लगाई गई हैं। इसमें 84 टीमें चार पहिया वाहनों के साथ हैं और 30 दोपहिया वाहनों के साथ टीमें तैनात की गई हैं।
अभियान के तहत रोहिणी, द्वारका, ओखला, पंजाबी बाग, विवेक विहार, मायापुरी, आनंद विहार वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आरके पुरम, बवाना, नरेला, मुंडका जैसे 13 हाटस्पाट पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
अब इन टीमों को भी का गया है कि शहर से गुजरने वाली बसों पर नजर रखेंगे। जिससे शहर में दूसरे राज्यों की सरकारी निजी बसों के संचालन को पूरी तरह से रोका जा सके।