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दिल्ली में इस बीमारी ने पसार रखे हैं पैर, जानें- क्या कहती है स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में टीबी के सबसे अधिक मामले दिल्ली में है। एक लाख की आबादी में 348 लोग टीबी से ग्रसित पाए गए हैं।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 24 Feb 2018 08:21 AM (IST)
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दिल्ली में इस बीमारी ने पसार रखे हैं पैर, जानें- क्या कहती है स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट

नई दिल्ली [जेएनएन]। टीबी की बीमारी पर दशकों से चल रहे रोकथाम अभियान का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में टीबी के सबसे अधिक मामले दिल्ली में है। यहां हर एक लाख की आबादी में 348 लोग टीबी से ग्रसित पाए गए हैं।

जांच व इलाज की सुविधा बेहतर

हालांकि डॉक्टरों का कहना है दिल्ली में इस बीमारी में सबसे अधिक वृद्धि इसलिए दर्ज की जाती है क्योंकि यहां अस्पतालों व टीबी सेंटरों में जांच व इलाज की सुविधा बेहतर है और अधिक से अधिक मरीजों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाती है। टीबी की रोकथाम के लिए हर मरीज की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य है।

दिल्ली व चंडीगढ़ में अधिक मरीज 

मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में वर्ष 2015 में एक लाख की आबादी पर 337 लोग टीबी से पीड़ित पाए गए थे। यह आंकड़ा वर्ष 2016 में बढ़कर 348 हो गया। केंद्र शासित राज्यों में चंडीगढ़ में एक लाख की आबादी पर 305 लोग टीबी से पीड़ित हुए। दिल्ली व चंडीगढ़ इन दो जगहों पर ही नोटिफिकेशन दर 300 से अधिक है।

एक लाख की आबादी पर टीबी के 10 मरीज बढ़े

बड़े राज्यों में जम्मू-कश्मीर में टीबी की नोटिफिकेशन दर 72 व हिमाचल प्रदेश में 207 है। गुजरात, केरल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार, सिक्किम व दिल्ली में वर्ष 2015 के मुकाबले वर्ष 2016 में एक लाख की आबादी पर टीबी के 10 मरीज बढ़ गए।

झुग्गी बस्तियों में टीबी के अधिक मरीज 

नई दिल्ली टीबी सेंटर के निदेशक डॉ. केके चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली में जांच की सुविधा अच्छी है। इसलिए अधिक मरीज रिपोर्ट किए जाते हैं। इसके अलावा यहां विस्थापित लोग अधिक रहते हैं। झुग्गी बस्तियों में लोग टीबी से अधिक पीड़ित होते हैं।

टीबी का संक्रमण अधिक होने का खतरा

बत्रा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. डीएन झा ने भी कहा कि जांच व इलाज के अलावा यहां मरीजों की रिपोर्टिग सिस्टम भी अच्छी है। इसके अलावा दिल्ली में जनसंख्या का घनत्व अधिक है और घरों में वेंटिलेशन की सुविधा नहीं होती। फेफड़े की टीबी की बीमारी खांसने से फैलती है। यहां भीड़ अधिक होने के कारण टीबी का संक्रमण अधिक होने का खतरा रहता है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में खुला क्षेत्र होने के कारण संक्रमण कम होता है। 

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