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दिल्ली में सड़क पर गिरे केमिकल ने ली दो युवकों की जान, एक की हालत नाजुक

सड़क पर ग्रीस जैसा केमिकल गिरा होने के कारण बाइक सवार तीन युवक फिसलकर गए। तीनों के शरीर में केमिकल लग। केमिकल जहरीला जिसकी वजह से दो की मौत हो गई।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Mon, 25 Nov 2019 07:57 AM (IST)
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दिल्ली में सड़क पर गिरे केमिकल ने ली दो युवकों की जान, एक की हालत नाजुक
नई दिल्ली  [राकेश कुमार सिंह]। कश्मीरी गेट इलाके में मोरी गेट से आगे पुल डफरिन के पास शनिवार सुबह सड़क पर ग्रीस जैसा केमिकल गिरा होने के कारण बाइक सवार तीन युवक फिसलकर गए। तीनों के शरीर में केमिकल लग। केमिकल इतना जहरीला था कि उनके शरीर पर तुरंत दाने निकल गए और वह हिस्सा नीला पड़ गया। उन्हें लोक नायक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां 24 घंटे के अंदर दो युवकों महेश चंद और शिवम ने दम तोड़ दिया। तीसरे युवक मोनू शर्मा की हालत भी नाजुक है।

कश्मीरी गेट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर केमिकल का नमूना जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब भेजा है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि इस खतरनाक केमिकल का नाम क्या है। महेश करावल नगर व शिवम रोहिणी के रहने वाले थे। घायल मोनू भी करावल नगर निवासी हैं। तीनों रेलवे में संविदा पर थे और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात थे। शनिवार सुबह छह बजे घटना के समय दोस्त की शादी में शरीक होकर नांगलोई से एक ही बाइक से लौट रहे थे।

पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें तीनों बाइक से गिरने के बाद फौरन बाद खड़े होते दिख रहे हैं। इसके बाद अपना शरीर खुजलाने लगते हैं और अपनी शर्ट उतार देते हैं। जलन बर्दाश्त से बाहर हो जाती है तो चिल्लाने लगते हैं। डीसीपी उत्तरी जिला मोनिका भारद्वाज के अनुसार, ऐसा लग रहा है कि केमिकल से भरे किसी टैंकर से यह गिरा है। बाइक से गिरने के कारण दोनों के सिर में चोट लगी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

खतरनाक केमिकल ले जाने में नहीं बरती गई सावधानी

खतरनाक केमिकल को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने के लिए काफी सावधानी बरती जाती है, लेकिन कश्मीरी गेट इलाके में हुए हादसे में ऐसा कुछ नहीं दिखता। सावधानी बरती गई होती तो सड़क पर न केमिकल गिरता और न दो युवकों की जान जाती। हालांकि पुलिस ने तत्काल मजदूरों को बुलाकर सड़क से करीब पांच किलोग्राम केमिकल हटवा दिया, अन्यथा कई लोगों की जान जा सकती थी। सड़क से नमूना उठाने के दौरान पुलिसकर्मी के हाथ भी जल गए। हैरानी की बात यह है कि बाइक के प्लास्टिक वाले जिस हिस्से में केमिकल लगा, वह भी झुलस गया।

लोकनायक अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॉ. किशोर सिंह ने बताया कि घायलों को जब अस्पताल लाया गया तो वे ठीक से सांस भी नहीं ले पा रहे थे। उन्हें ऑक्सीजन देने के लिए गले में ट्यूब डाली गई। इलाज करने वाले डॉक्टरों ने आशंका जाहिर की है कि जिस तरह से घटना हुई है उससे लगता है कि मस्तिष्क में बेहद गंभीर चोट लगने से उनकी मौत हुई हो। केमिकल के दुष्प्रभाव से इतनी जल्दी मौत नहीं हो सकती।

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